हैदराबाद
पिछड़ा वर्ग (बीसी) संयुक्त एक्शन कमेटी (BC JAC) द्वारा स्थानीय निकाय चुनावों में 42 प्रतिशत आरक्षण पर हाईकोर्ट द्वारा लगाई गई रोक के खिलाफ शनिवार को तेलंगाना में राज्यव्यापी बंद शुरू हो गया है। इस बंद को राज्य की सभी प्रमुख राजनीतिक पार्टियों, जिनमें सत्तारूढ़ कांग्रेस भी शामिल है, ने समर्थन दिया है।
बीसी संयुक्त एक्शन कमेटी के अध्यक्ष और भाजपा राज्यसभा सांसद आर. कृष्णैया ने पहले ही सभी राजनीतिक दलों और नागरिक समाज संगठनों से इस बंद का समर्थन करने की अपील की थी।
बंद के दौरान आवश्यक और आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी क्षेत्रों से सहयोग की अपील की गई है।तेलंगाना हाईकोर्ट ने 9 अक्टूबर को राज्य सरकार के उस आदेश पर अंतरिम रोक लगा दी थी, जिसमें स्थानीय निकाय चुनावों में पिछड़ा वर्ग के लिए 42 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया था।
इस फैसले के विरोध में विभिन्न राजनीतिक दलों और बीसी संगठनों के नेता तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (TSRTC) के डिपो के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और बसों को बाहर निकलने से रोक रहे हैं।
भाजपा लोकसभा सांसद एटाला राजेंदर ने हैदराबाद के जुबली बस स्टेशन पर प्रदर्शन में हिस्सा लिया। वहीं, तेलंगाना जागृति की संस्थापक और बीआरएस नेता के. कविता ने भी धरने में भाग लेते हुए कहा कि सरकार कोर्ट को आरक्षण के पक्ष में समझाने में विफल रही है।
उन्होंने कहा, "चाहे वह कांग्रेस हो या भाजपा, बीसी समुदाय को गुमराह करना बंद करें। चुनाव तुरंत न भी हों तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा, पहले बीसी आरक्षण सुनिश्चित करें।"
TSRTC के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुबह के समय कुछ बस स्टेशनों और डिपो पर सेवाएं बाधित हुईं।तेलंगाना सरकार में उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्का ने लोगों से इस बीसी बंद में शांति से भाग लेने की अपील की है।
तेलंगाना पुलिस महानिदेशक बी. शिवधार रेड्डी ने भी सभी संगठनों से शांतिपूर्ण बंद सुनिश्चित करने को कहा है और चेतावनी दी है कि यदि कोई कानून व्यवस्था भंग करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।