Strict action should be taken against those who are negligent in road safety: Ashok Gehlot
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में हाल में भीषण सड़क हादसों में बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने पर चिंता जताते हुए सोमवार को कहा कि सड़क सुरक्षा के संबंध में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गहलोत के अनुसार, राजस्थान में पिछले कुछ दिनों में अधिक जनहानि वाले हादसों की संख्या बढ़ी है।
उन्होंने 'एक्स' पर लिखा कि देशभर में हर साल औसतन डेढ़ लाख से अधिक जानें सड़क हादसों में जाती हैं जिसमें राजस्थान में करीब दस हजार से अधिक मौतें सड़क हादसों में होती हैं। उन्होंने कहा कि सड़क हादसों में अधिकांश ऐसे लोग भी जान गंवाते हैं जिनकी कोई गलती नहीं होती।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि रविवार को फलोदी में सड़क दुर्घटना में 15 लोगों की मृत्यु के कुछ घंटे बाद ही एक अन्य सड़क दुर्घटना में चार लोगों की मृत्यु हो गई। उनके मुताबिक, राजस्थान में पिछले कुछ दिनों में अधिक जनहानि वाले हादसों की संख्या बढ़ी है।
उन्होंने कहा, “सड़क सुरक्षा केवल एक विभाग या एजेंसी से जुड़ा विषय नहीं है। सार्वजनिक निर्माण विभाग, परिवहन, पुलिस सहित कई विभाग इससे जुड़े हैं। राज्य सरकार को इन सभी विभागों की एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) बनानी चाहिए जो सड़क हादसों में कमी के लिए ही काम करे।”
गहलोत के अनुसार, राजस्थान सरकार को सड़क सुरक्षा के संबंध में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए एवं जन जागरूकता अभियान चलाकर सड़क हादसों में कमी के लिए गंभीर प्रयास करने चाहिए।