पटना (बिहार)
बिहार की राजधानी पटना के डाकबंगला चौराहा पर गुरुवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब एसटीईटी (सेकेंडरी टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट) को लेकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
प्रदर्शन कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों की मांग थी कि शिक्षक नियुक्ति परीक्षा (TRE) से पहले एसटीईटी आयोजित किया जाए। बता दें कि एसटीईटी बिहार में शिक्षक पदों पर आवेदन करने के लिए एक अनिवार्य पात्रता परीक्षा है, जिसे पास किए बिना कोई भी अभ्यर्थी सरकारी शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन नहीं कर सकता।
कोतवाली डीएसपी कृष्ण मुरारी प्रसाद ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि प्रदर्शनकारियों के कारण यातायात बाधित हुआ और आम लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी।
“ऐसे मुद्दों पर प्रतिनिधिमंडल के माध्यम से बात रखनी चाहिए। सड़क जाम करने से आम जनता को असुविधा होती है। ये सभी पढ़े-लिखे लोग हैं, उन्हें समझदारी दिखानी चाहिए,” — डीएसपी प्रसाद।
पटना सदर के एसडीएम गौरव कुमार ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को पहले गांधी मैदान पर रोका गया था, लेकिन वे वहां से आगे बढ़कर डाकबंगला चौराहा तक पहुंच गए।
“गांधी मैदान पर उन्हें रोका गया था, लेकिन वे वहां से आगे बढ़ आए। यहां उन्हें फिर से रोका गया है। कुछ जगहों पर बल प्रयोग की भी सूचना है। अभ्यर्थियों का प्रतिनिधिमंडल संबंधित अधिकारियों से मिलने गया है। उसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी।” — एसडीएम गौरव कुमार।
प्रदर्शन अब भी जारी है और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।