वॉशिंगटन डीसी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी और भारत में अमेरिका के अगले राजदूत पद के नामित सर्जियो गोर गुरुवार (स्थानीय समयानुसार) सीनेट की विदेश संबंध समिति के सामने पुष्टि सुनवाई के लिए पेश होंगे। अगर उनकी नियुक्ति की पुष्टि होती है, तो 38 वर्षीय गोर नई दिल्ली में नियुक्त होने वाले सबसे कम उम्र के अमेरिकी राजदूत बन जाएंगे।
भारत में राजदूत का पद जनवरी से खाली पड़ा है। अमेरिका में भारत के राजदूत विनय क्वात्रा ने गोर की नामांकन का समर्थन और स्वागत करते हुए इसे “भारत-अमेरिका संबंधों की अहमियत और प्राथमिकता का संकेत” बताया और कहा कि यह दोनों देशों के बीच दोस्ती के पुल को और मजबूत करेगा।
अमेरिका-भारत सामरिक साझेदारी मंच (USISPF) ने भी सीनेट समिति को पत्र लिखकर गोर की नियुक्ति का जोरदार समर्थन किया। पत्र में कहा गया, “हमें विश्वास है कि गोर की नियुक्ति भारत के साथ अमेरिकी जुड़ाव को मजबूत करने और साझा हितों को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है।” मंच ने यह भी उल्लेख किया कि मौजूदा स्थिति में मज़बूत कूटनीतिक नेतृत्व की आवश्यकता है ताकि द्विपक्षीय रिश्ते पटरी पर लौट सकें। गोर के सरकारी अनुभव और राष्ट्रपति के भरोसे को उनकी बड़ी ताकत बताया गया।
USISPF के अध्यक्ष मुकेश आघी ने कहा, “नई दिल्ली में आठ महीने से खाली पड़े पद पर गोर जैसे योग्य राजदूत की नियुक्ति सहयोग को गहरा करेगी और इस साझेदारी के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता को दोहराएगी।”
अगस्त में राष्ट्रपति ट्रंप ने गोर को भारत में राजदूत और दक्षिण व मध्य एशियाई मामलों के विशेष दूत के रूप में नामित किया था। ट्रंप ने सोशल मीडिया मंच ट्रुथ सोशल पर घोषणा करते हुए लिखा, “मुझे खुशी है कि मैं सर्जियो गोर को भारत में अमेरिका का अगला राजदूत और दक्षिण व मध्य एशियाई मामलों का विशेष दूत नियुक्त कर रहा हूं। राष्ट्रपति पद के कार्मिक निदेशक के रूप में, गोर और उनकी टीम ने रिकॉर्ड समय में लगभग 4,000 ‘अमेरिका फर्स्ट पैट्रियट्स’ को संघीय सरकार के हर विभाग में नियुक्त किया है। हमारे विभाग और एजेंसियां 95% से अधिक भरे हुए हैं!”
ट्रंप ने गोर को “बेहद करीबी मित्र” बताते हुए कहा कि उन्हें उन पर पूरा भरोसा है और व्हाइट हाउस में उनके योगदान अमूल्य रहे हैं।