आवाज- द वॉयस/ एजेंसी
आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत गुरुवार को दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित मस्जिद पहुंचे थे, लेकिन उसके टीक बाद वह सुबह 10:00 बजे पुरानी दिल्ली स्थित मदरसा ताज्वीदुल कुरान पहुंचे और मदरसों के बच्चों से मुलाकात की. सरसंघचालक ने बच्चों का हालचाल जानने के साथ ही एक नसीहत भी दी.
भागवत ने बच्चों से कहा किआपके ऊपर देश की जिम्मेदारी है, इसलिए पढ़ लिखकर देश के लिए काम करना है. इसके अलावा उन्होंने बच्चों से कुछ सामान्य सवाल भी पूछे.
मदरसे के डायरेक्टर महमूदुल हसन के मुताबिक, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत सुबह करीब 10:00 बजे मदरसे में पहुंचे. वह मदरसे के अंदर करीब एक घंटा रहे और बच्चों के अलावा टीचर से भी मुलाकात की.
मदरसे में मौजूद बच्चों को उन्होंने नसीहत दी कि आपके ऊपर देश की जिम्मेदारी है, आपको पढ़ लिखकर देश के लिए काम करना है.
इस दौरान उन्होंने बच्चों से मुलाकात की, मदरसों के बारे में भी जाना और बच्चों से कुछ सवाल भी पूछे. इन सवालों में पहला सवाल था कि देश में कितने राज्य हैं? उत्तर में कितने राज्य और पश्चिम में कितने राज्य हैं? इसके साथ ही उन्होंने मदरसे की पढ़ाई के बारे में जाना, किस तरह पढ़ाई होती है, इस मदरसे में कितनी बच्चे आते हैं और कितनी कक्षाएं चलती हैं आदि के बारे में पूछा.
आपको बता दें कि, मुस्लिम समाज से लगातार संपर्क बढ़ाने के अभियान में जुटे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने पिछले महीने एक अगस्त को भी अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख डॉ इमाम उमैर अहमद इलियासी के साथ मुलाकात की थी.
हाल ही में भागवत ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों के एक समूह से भी मुलाकात कर देश में सांप्रदायिक सद्भाव बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की थी. भागवत से पिछले महीने 22 अगस्त को दिल्ली में मुलाकात करने वाले मुस्लिम बुद्धिजीवियों के उस समूह में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस. वाई. कुरैशी, दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग , अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) जमीरुद्दीन शाह, पूर्व सांसद शाहिद सिद्दकी और उद्योगपत्ति एवं समाजसेवी सईद शेरवानी शामिल थे.