‘राजद-कांग्रेस हैं ‘कट्टा’ और ‘कट्टरपंथी’, बिहार में फिर चाहिए सुशासन सरकार: नरेंद्र मोदी

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 03-11-2025
'RJD and Congress are 'extremist' and 'fundamentalist', Bihar needs a good governance government again: Narendra Modi'
'RJD and Congress are 'extremist' and 'fundamentalist', Bihar needs a good governance government again: Narendra Modi'

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
बिहार की तरक्की के लिए ‘राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की डबल इंजन सरकार’ को जरूरी बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद)-कांग्रेस गठबंधन पर आरोप लगाया कि ये दल भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की राजनीति में लिप्त हैं।
 
कटिहार में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “आपका एक वोट बिहार को समृद्ध बनाएगा। फिर एक बार, बिहार में फिर से सुशासन सरकार।” कांग्रेस और राजद पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, “राजद ने कांग्रेस नेताओं को ‘बौना’ बना दिया है। राजद के पोस्टरों पर कांग्रेस नेताओं की तस्वीरें तक गायब हैं। दोनों दलों में अंदरूनी कलह चल रही है। कांग्रेस के नामदार नेता ने राजद को जिताने के लिए छठी मइया का अपमान किया। इतना ही नहीं, केरल कांग्रेस नेताओं ने बिहार के लोगों की तुलना ‘बीड़ी’ से की, यह बेहद शर्मनाक है।”
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों या उसके सहयोगी दलों की सरकारें गरीबों को पक्के मकान देने में विफल रही हैं। उन्होंने कहा, “डबल इंजन की राजग सरकार ही विकास का रास्ता दिखा रही है। हमने बिहार में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए ‘ड्रोन दीदी’ योजना शुरू की है।’’
 
अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, “एक राज्य का सबसे भ्रष्ट परिवार है और दूसरा देश का सबसे भ्रष्ट परिवार है। दोनों मिलकर गरीबों के लिए आने वाला पैसा लूटते हैं।”
 
मोदी ने आरोप लगाया कि अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार जैसे जिलों में जनसांख्यिकीय बदलाव की कोशिशें की गईं। उन्होंने कहा, “ये (राजद-कांग्रेस) चाहते हैं कि मुफ्त राशन घुसपैठियों को मिले, न कि बिहार के मूल निवासियों को। हम घुसपैठियों को बिहार और देश के संसाधनों पर कब्जा नहीं करने देंगे।”
 
उन्होंने कहा, “कांग्रेस और राजद ‘कट्टा और कट्टरपंथी’ जैसे हैं। इसी वजह से इन्होंने तीन तलाक कानून का विरोध किया और अब वक्फ एक्ट को खत्म करने की बात कर रहे हैं क्योंकि इन्होंने कट्टरपंथ के आगे आत्मसमर्पण कर दिया है।”