Rare attack on tourists in Kashmir reveals Pakistan's desperation: Tehmeena Rizvi
आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
कश्मीर घाटी में पर्यटकों पर आतंकी हमले अपेक्षाकृत दुर्लभ हैं. यह हमला सुनियोजित और समयबद्ध प्रतीत होता है, जबकि हाल के वर्षों में जम्मू-कश्मीर में समग्र सुरक्षा परिदृश्य में सुधार के साथ पर्यटन को काफी बढ़ावा मिला है. विशेषज्ञ इस आतंकी हमले की वजह पाकिस्तान की हताशा को मानते हैं.
ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) की सीनियर फेलो तहमीना रिजवी ने इसे पाकिस्तान द्वारा हताशा में रचा गया नरसंहार बताया.
तहमीना रिजवी ने एक्स पर लिखा कि यह कश्मीर के पर्यटन उद्योग को झटका देने और कश्मीर को वैश्विक सुर्खियों में लाने के लिए पाकिस्तान द्वारा किया गया एक हताश प्रयास है.
अपने घरेलू दर्शकों के लिए, यह हमला बलूचिस्तान में विद्रोह और पाकिस्तान को परेशान करने वाली आर्थिक परेशानियों से ध्यान हटाने का एक प्रयास है.
यह सिर्फ़ एक आतंकी हमला नहीं था. यह पहलगाम के बैसरन में निर्दोष पर्यटकों का नरसंहार था - आतंक से ग्रसित पाकिस्तान द्वारा हताशा में योजना बनाई गई. वे कश्मीर की शांति, इसके बढ़ते पर्यटन, इसकी खुशी को बर्दाश्त नहीं कर सकते. इसलिए वे हत्या करते हैं.