नयी दिल्ली
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को सेना मुख्यालय की ईकाई द्वारा संचालित कैंटीन में एक विशेष स्वच्छता अभियान की अगुवाई की। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्वच्छता जीवन जीने का एक तरीका है, जो अनुशासन और जिम्मेदारी का परिचायक है।
यह अभियान 'स्वच्छोत्सव 2025' का हिस्सा है, जो रक्षा मंत्रालय में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चल रहे ‘स्वच्छता ही सेवा’ मेगा अभियान के अंतर्गत आयोजित किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील ‘एक दिन, एक घंटा, एक साथ’ के तहत स्वच्छ भारत मिशन को जन आंदोलन के रूप में बढ़ावा देते हुए, देशभर में कई केंद्रीय मंत्री और नागरिक ‘श्रमदान’ यानी स्वैच्छिक श्रम में शामिल हुए।
राजनाथ सिंह ने सेना मुख्यालय कैंटीन में ‘एक दिन, एक घंटा, एक साथ’ अभियान का नेतृत्व करते हुए स्वच्छता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई और ‘स्वच्छता संकल्प’ लिया। उन्होंने ‘सफाई मित्रों’ का सम्मान भी किया और पौधारोपण अभियान में भाग लिया। साथ ही, युवाओं की भूमिका पर जोर देते हुए 100 एनसीसी कैडट्स के साथ एक प्रतीकात्मक ‘सफाई दौड़’ को हरी झंडी दिखाई।
इस स्वच्छता अभियान में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, भारतीय वायु सेना प्रमुख ए. पी. सिंह, डीआरडीओ अध्यक्ष समीर वी. कामत सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी और सैन्य कर्मी भी शामिल हुए।
सरकार के बयान के अनुसार, आवास और शहरी कार्य मंत्रालय तथा जल शक्ति मंत्रालय के अधीन पेयजल और स्वच्छता विभाग द्वारा संयुक्त रूप से संचालित इस राष्ट्रव्यापी पहल में स्थानीय निकाय, ग्राम पंचायतें, क्षेत्रीय विभागीय कार्यालय, अग्रणी संगठन, स्वयं सहायता समूह, गैर-सरकारी संगठन और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग भी सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।
आवास और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने चंडीगढ़ के सेक्टर 22 मार्केट में इस अभियान का नेतृत्व किया, जबकि जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल ने दिल्ली के कालिंदी कुंज घाट पर श्रमदान किया। आवास और शहरी कार्य राज्य मंत्री तोक्खन साहू ने छत्तीसगढ़ के रतनपुर में नागरिकों के साथ श्रमदान में भाग लिया। देशभर के कई केंद्रीय मंत्री भी इस अभियान में शामिल हुए।