राजस्थान अलर्ट पर: जमीयत उलमा-ए-हिंद ने उदयपुर की हत्या को बताया इस्लाम के खिलाफ
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
जमीयत उलमा-ए-हिंद ने उदयपुर की घटना की निंदा की है और इसे इस्लाम और देश के कानून के खिलाफ बताया है.जमीयत उलमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना हलसीमुद्दीन कासमी ने उदयपुर में नृशंस हत्या की घटना जाहिर तौर पर पैगंबर साहब के अपमान के बहाने की गई है और इसे देश के कानून के खिलाफ और धर्म के खिलाफ बताया है.
उन्होंने कहा, जिसने भी इस घटना को अंजाम दिया है उसे किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता. यह देश के कानून और हमारे धर्म के खिलाफ है. हमारे देश में कानून की व्यवस्था है.
किसी को भी कानून को अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने देश के सभी नागरिकों से अपनी भावनाओं पर संयम रखने और देश में शांति बनाए रखने की अपील की.
उदयपुर में एक दर्जी की भीषण हत्या के बाद पूरे राज्य में आक्रोश फैला हुआ है. राजस्थान सरकार ने मंगलवार को अगले एक महीने के लिए सभी जिलों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू करने की घोषणा की है. प्रदेश के कई शहरों में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा भी बंद कर दिया गया है.
राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. एसआईटी में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी), विशेष अभियान समूह अशोक कुमार राठौर, पुलिस महानिरीक्षक (आईजी), आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस), प्रफुल्ल कुमार और एक पुलिस अधीक्षक (एसपी) रैंक के अधिकारी शामिल हैं.
उदयपुर के संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.भट्ट ने कहा, हम उदयपुर के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं. (पीड़ित कन्हैया लाल के) आश्रितों को यूआईटी में प्लेसमेंट सेवा के माध्यम से भर्ती का आश्वासन दिया गया है और परिवार को 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.
अजमेर के एसपी विकास शर्मा ने बताया,राजस्थान के हर जिले में पुलिस हाई अलर्ट पर है.मौजूदा स्थिति को देखते हुए, पूरे जिले के साथ राज्य में धारा 144 लागू कर दी गई है. आयोजकों द्वारा शांति मार्च को रद्द कर दिया गया है. लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है.
पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. उन्हें अपने महकमे में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है. कानून और व्यवस्था की ड्यूटी में तैनात किया जा रहा है.एनआईए टीम में एक उप महानिरीक्षक (डीआईजी) -रैंक अधिकारी शामिल है, एक सूत्र ने नाम न छापने पर बताया, यह कदम गृह मंत्रालय (एमएचए) से जारी एक आदेश के बाद उठाए गए हैं.
सरकारी सूत्रों के अनुसार, एनआईए की टीम के अपराध स्थल का दौरा करने के बाद गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज करने की संभावना है.घटना उदयपुर के मालदास इलाके की है.
पुलिस ने कहा कि अपराध करने के तुरंत बाद, दोनों आरोपियों ने सिर काटे जाने की शेखी बघारते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जान से मारने की धमकी दी. घटना के कुछ ही घंटों के भीतर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस ने कहा कि हमलावरों में से एक, जिसकी पहचान रियाज अख्तर के रूप में हुई, ने कन्हैया लाल पर धारदार हथियार से हमला किया, जबकि दूसरे गौस मोहम्मद ने अपने मोबाइल फोन पर अपराध रिकॉर्ड किया.
पीड़ित ने कथित तौर पर हाल ही में नूपुर शर्मा के समर्थन में एक सोशल मीडिया पोस्ट साझा किया था.नुपुर शर्मा- बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता हैं, ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी. हत्या के बाद स्थानीय बाजार बंद कर दिए गए हैं. व्यापारियों ने पीड़िता के लिए न्याय की मांग की है.
उदयपुर के एसपी मनोज कुमार ने कहा, दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है और कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है. कुछ लोग उपनगरों से बाहर आने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें नियंत्रित कर लिया गया. आसपास के इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है.
सभी पुलिस अधीक्षकों और महानिरीक्षकों को बलों की गतिशीलता बढ़ाने और अधिकारियों को जमीन पर बनाए रखने के लिए राज्यव्यापी अलर्ट भी जारी किया गया है.