PUC centre will be mandatory at every petrol pump in Indore, the cleanest city of the country
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में प्रशासन ने वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए हर पेट्रोल पंप पर वाहनों के उत्सर्जन की निगरानी के लिए प्रदूषण जांच केंद्र (पीयूसी सेंटर) अनिवार्य करने का फैसला किया है. प्रशासन के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
जिलाधिकारी आशीष सिंह ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) की एक बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया, ‘‘हम शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. हमने पाया है कि शहर में सबसे ज्यादा प्रदूषण वाहनों के उत्सर्जन से होता है। इसके मद्देनजर हम सुनिश्चित करेंगे कि शहर के सभी पेट्रोल पंपों पर पीयूसी केंद्र स्थापित हो जाएं.
उन्होंने बताया कि पीयूसी केंद्र स्थापित करने के लिए शहर के पेट्रोल पंप संचालकों को 15 दिन की मोहलत दी जा रही है. जिलाधिकारी ने चेताया, ‘‘अगर 15 दिन के बाद किसी पेट्रोल पंप पर पीयूसी केंद्र संचालित नहीं पाया गया, तो उस पेट्रोल पंप को बंद कराने का फैसला भी किया जा सकता है.
उन्होंने बताया कि प्रशासन जांच करेगा कि शहर में वाहनों के 'फिटनेस' प्रमाणपत्र जारी करने में उचित प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है या नहीं. जिलाधिकारी ने बताया कि वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रशासन यह प्रयास भी कर रहा है कि ईंधन के तौर पर परंपरागत रूप से कोयले का इस्तेमाल करने वाले कारखाने हरित ईंधनों का उपयोग शुरू कर दें.
वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए काम करने वाले वैश्विक गठजोड़ ‘‘क्लीन एयर कैटलिस्ट’’ के अध्ययन के मुताबिक, इंदौर में हवा की गुणवत्ता बिगाड़ने में वाहनों के प्रदूषण और सड़क पर उड़ने वाली धूल की सर्वाधिक 70 फीसद हिस्सेदारी है. इंदौर, राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार सात बार अव्वल रहा है। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कहलाने वाला यह शहर वर्ष 2024 के स्वच्छता सर्वेक्षण में "सुपर स्वच्छ लीग" की दौड़ में है। इस लीग को स्वच्छता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शहरों के बीच अलग से मुकाबले के लिए पहली बार पेश किया गया है. "सुपर स्वच्छ लीग" में इंदौर को नवी मुंबई और सूरत के साथ 10 लाख से ज्यादा की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में रखा गया है.