नई दिल्ली
डाक विभाग ने अमेरिका भेजे जाने वाले सभी प्रकार की डाक सेवाओं की बुकिंग को पूर्ण रूप से निलंबित करने का निर्णय लिया है। इसमें पत्र, दस्तावेज़ और 100 अमेरिकी डॉलर तक के उपहार जैसी सभी श्रेणियां शामिल हैं। यह फैसला अमेरिका की ओर जाने वाले डाक पार्सलों के परिवहन में लगातार आ रही बाधाओं और नियामकीय स्पष्टता की अनुपस्थिति के चलते लिया गया है।
यह निर्णय 22 अगस्त 2025 को जारी सार्वजनिक नोटिस की अगली कड़ी के रूप में आया है। डाक विभाग ने इस स्थिति की समीक्षा करते हुए अमेरिका के लिए सभी डाक बुकिंग को अस्थायी रूप से रद्द करने की घोषणा की है।
संचार मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा,"विभाग स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है और सेवाओं को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। जिन ग्राहकों ने पहले से बुकिंग की है लेकिन उनके पैकेट भेजे नहीं जा सके, वे डाक शुल्क की वापसी का दावा कर सकते हैं। इस असुविधा के लिए ग्राहकों से खेद व्यक्त किया जाता है।"
यह फैसला अमेरिका की सरकार द्वारा 30 जुलाई को जारी कार्यकारी आदेश संख्या 14324 के परिप्रेक्ष्य में लिया गया है, जिसके तहत 800 डॉलर तक के सामान पर मिलने वाली ड्यूटी-फ्री छूट (de minimis exemption) को 29 अगस्त से समाप्त कर दिया गया है।
अब अमेरिका भेजे जाने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय डाक वस्तुओं पर, चाहे उनकी कीमत कुछ भी हो, देश-विशिष्ट 'इंटरनेशनल इमरजेंसी इकोनॉमिक पावर एक्ट' (IEEPA) के तहत शुल्क लागू होगा।
कार्यकारी आदेश के अनुसार, जो भी ट्रांसपोर्ट कैरियर या "योग्य पार्टियां" अंतरराष्ट्रीय डाक नेटवर्क के माध्यम से अमेरिका में शिपमेंट पहुंचाएंगी, उन्हें कस्टम शुल्क वसूल कर उसे अमेरिका के सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा (CBP) को जमा कराना होगा।
हालांकि CBP ने 15 अगस्त को कुछ दिशानिर्देश जारी किए थे, लेकिन "योग्य पार्टियों" की पहचान और शुल्क संग्रह और जमा करने की प्रक्रिया जैसे कई महत्वपूर्ण प्रावधान अब तक स्पष्ट नहीं हैं। इसी कारण, अमेरिका की ओर डाक पार्सल ले जाने वाले एयर कैरियर्स ने 25 अगस्त के बाद से पार्सलों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है, क्योंकि उनके पास इसके लिए आवश्यक तकनीकी और संचालन संबंधी तैयारियां नहीं हैं।
डाक विभाग ने इससे पहले अमेरिका के लिए सभी प्रकार की डाक बुकिंग पर अस्थायी रोक लगा दी थी, सिर्फ पत्र/दस्तावेज़ और 100 डॉलर तक के उपहार इस रोक से बाहर थे। लेकिन अब इन पर भी पूर्ण रोक लगा दी गई है।
डाक विभाग ने भरोसा दिलाया है कि जैसे ही परिवहन सेवाओं और नियामकीय प्रक्रियाओं में स्पष्टता आती है, अमेरिका के लिए डाक सेवाओं को दोबारा बहाल करने की दिशा में तुरंत कार्रवाई की जाएगी।