Frightened by US tariffs, the BJP government has now taken refuge in China: Akhilesh
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि अमेरिका के टैरिफ से घबरायी भाजपा सरकार अब चीन की शरण में पहुंच गयी है जिसका ट्रैक रिकार्ड भारत से दुश्मनी का ही रहा है.
उन्होंने आरोप लगाया,‘‘भाजपा-आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) ने भारत की विदेश नीति को बर्बाद कर दिया है। दुनिया के तमाम मित्र देशों ने साथ छोड़ दिया है.’
पार्टी द्वारा जारी एक बयान में यादव ने कहा,‘‘अभी आपरेशन सिंदूर के दौरान पड़ोसी देश भी साथ नहीं खड़े हुए। तब हमलावर पाकिस्तान को चीन हर प्रकार की मदद कर रहा था। जिस अमेरिका से बड़ी दोस्ती थी उसने व्यापार पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के साथ ही और कड़े आर्थिक प्रतिबंधों की धमकी दी है। घबड़ायी भाजपा सरकार अब चीन की शरण में पहुंच गयी है जिसका ट्रैक रिकार्ड भारत से दुश्मनी का ही रहा है.
यादव ने कहा,‘‘ हिन्दी चीनी भाई-भाई के नारे का हश्र हम 1962 में देख चुके है. इस लड़ाई में हमारे चार हजार सैनिक अधिकारी कैद कर लिए गए थे जिन्हें तमाम यातनाएं दी गई थीं। इससे पूर्व 1950 में चीन ने तिब्बत पर कब्जा कर लिया था.’’
सपा नेता ने कहा,‘‘ चीन की निगाहें हमेशा भारत भूमि पर रही है.. उसने रिजंगला में भारत के वार मेमोरियल को तोड़ दिया। उसने ‘फाइव फिंगर’ छीन लिए, पैंगोन झील पर कब्जा कर लिया। भारत की हजारों वर्ग मील जमीन उसके कब्जे में है .चीन भारत के अरूणाचल प्रदेश के बड़े हिस्से को भी अपना बताता है.’
उन्होंने कहा ,‘‘ गलवान घाटी और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर भी उसने अपनी सैन्य गतिविधियों पर रोक नहीं लगाई है, ऐसे में भाजपा सरकार का यह कहना कि ‘नहीं कोई घुसा था, नहीं कोई घुसा है‘ का क्या अर्थ है? फिर दोनों देशों में वार्ताएं किस लिए हो रही है?’’
यादव ने कहा कि चीन अमरीकी आर्थिक दबावों के आगे अपने को लाचार पा रहा है, भारत के व्यापारिक प्रतिष्ठानों के सामने बंदी की तलवार लटक रही है, निर्यात ठप्प है एवं आयात बहुत महंगा हो गया है.