आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी के अधिकांश हिस्सों में सोमवार को रुक-रुककर बारिश होती रही। मौसम विभाग ने शुरुआत में मध्यम से भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया था जिसे अद्यतन कर ‘ऑरेंज अलर्ट ’ में तब्दील कर दिया गया.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, एक सितंबर को अपराह्न करीब तीन बजे पालम हवाईअड्डे पर भारी बारिश के कारण दृश्यता सबसे कम 800 मीटर दर्ज की गई। अपराह्न ढाई बजे दृश्यता 2,500 मीटर थी, जो तीन बजे तक घटकर 800 मीटर रह गई.
आईएमडी ने पहले ‘येलो अलर्ट’ जारी किया था लेकिन बाद में उसे ‘ऑरेंज अलर्ट’ में तब्दील कर दिया.
मौसम विभाग ने दिल्लीवासियों से मौसम की स्थिति के मद्देनजर प्रसारित की गई ‘क्या करें’ और ‘क्या न करें’ परामर्श का पालन करने की अपील की है.
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, शाम साढ़े पांच बजे तक, सफदरजंग स्थित शहर के मानक वेधशाला में 18.6 मिलीमीटर (मिमी) बारिश दर्ज की, जबकि अन्य केंद्रों में पालम में 30.8 मिमी, आया नगर में 48.9 मिमी और लोधी रोड पर 16.2 मिमी बारिश दर्ज की गयी.
निजी मौसम एजेंसी ‘स्काईमेट’ के उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन) महेश पलावत ने कहा कि शहर में पांच सितंबर तक रुक-रुककर बारिश होती रहेगी.
उन्होंने कहा, ‘‘वर्षा का यह दौर मानसून और असामान्य रूप से सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के समयोजन से शुरू हुआ। इससे हिमालयी राज्यों में भारी वर्षा हो रही है और दिल्ली के मौसम पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है.’’
दिल्ली में मंगलवार को अधिकतम तापमान 30.8 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 3.7 डिग्री कम है। यहां न्यूनतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से 2.8 डिग्री सेल्सियस कम है.
मौसम विभाग का कहना है कि यहां आर्द्रता 71 से 90 फीसद के बीच रही.
मौसम विभाग ने मंगलवार को बादल छाए रहने और मध्यम दर्जे की बारिश का अनुमान जताया है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 31 और 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.
राष्ट्रीय राजधानी में शाम चार बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 60 रहा जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है.