हिंसा के विरोध में भाजपा का धरना, ममता बनर्जी ने तीसरी बार मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 05-05-2021
कोराना सुनामी में सियासी गर्मीः हिंसा के विरोध में भाजपा का धरना, ममता लेंगी मुख्यमंत्री की शपथ
कोराना सुनामी में सियासी गर्मीः हिंसा के विरोध में भाजपा का धरना, ममता लेंगी मुख्यमंत्री की शपथ

 

कोलकाता. ममता बनर्जी ने बुधवार सुबह कोलकाता के राजभवन में 'सिंहासन कक्ष' में आयोजित एक समारोह में पश्चिम बंगाल की सीएम के रूप में शपथ ले ली. शपथ लेने के बाद उन्होंने घोषणा की है कि राज्य में कोविड की स्थिति को संभालना और चुनाव के बाद की हिंसा और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति से निपटना उनकी प्राथमिकता होगी.
 
मुख्यमंत्री का काफिला हरीश चटर्जी स्ट्रीट में अपने निवास स्थान से सुबह 10.10 बजे निकला और सुबह 10.20 बजे राजभवन पहुंचा. किसी अन्य दिन की तरह मुख्यमंत्री की झलक पाने के लिए सड़क के किनारे खड़े लोगों को , ममता बनर्जी ने घर के अंदर रहने का अनुरोध किया.  पूरी सड़क को नीले-सफेद रंग से सजाया गया था . तृणमूल कांग्रेस और बड़े फुटबाल पर रंगा हुआ पार्टी के थीम गीत 'खेले होबे' को शानदार तरीके से दिखला रहे थे.
 
मुख्यमंत्री ममता बनजी के साथ उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी मौजूद थे. सभी लोग राजभवन पहुंचे और अतिथियों के साथ खुशियों का आदान-प्रदान किया गया. इस मौके पर तृणमूल के अरूप बिस्वास, सुब्रत मुखर्जी, पार्थ चटर्जी, सुब्रत बख्शी और फिरहाद हकीम मौजूद थे.
 
हालांकि विपक्षी नेताओं और भाजपा राज्य अध्यक्ष दिलीप घोष, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन, दिग्गज नेता अब्दुल मन्नान, वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिमान बसु, पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को आमंत्रित किया गया था, लेकिन वे  उपस्थित नहीं थे.
 
राज्यपाल जगदीप धनखड़ के 10.44 बजे हॉल में प्रवेश करने के बाद शपथ ग्रहण समारोह शुरू हुआ और उनके प्रवेश के बाद राष्ट्रगान हुआ. यह समारोह सुबह 10.45 बजे शुरू हुआ और सात मिनट तक चला जहां ममता बनर्जी ने बंगाली में शपथ ली.
 
इसके बाद मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, मैं आज से ही अपना काम शुरू करूंगी. मैं नब्बना जाउंगी और राज्य में कोविड की स्थिति पर एक उच्च स्तरीय बैठक करूंगी. हमें स्थिति और कई उपायों की समीक्षा करने की आवश्यकता है. तमाम उपायों के बारे में शाम को घोषणा होगी हमें उम्मीद है कि हम स्थिति को नियंत्रित करने में सक्षम होंगे जैसा हमने पहले किया था. ''
 
मैं इस अवसर पर सभी राजनीतिक दलों के सभी लोगों और कार्यकतार्ओं से शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए अपील करना चाहती हूं. बंगाल की अपनी संस्कृति है और हमें यह नहीं भूलना चाहिए। कुछ छिटपुट घटनाएं हैं। मुझे जानकारी मिली है लेकिन प्रशासन पिछले तीन महीनों से मेरे हाथ में नहीं था.  इससे पहले मैं सभी से शांतिपूर्ण तरीके से रहने की अपील करना चाहूंगी. ''
 
भाजपा राज्य अध्यक्ष दिलीप घोष ने मीडिया से कहा था कि उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह में शरीक नहीं होने का फैसला किया क्योंकि पूरे राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा में भाजपा के बहुत से कार्यकर्ता मारे जा रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उन्हें सरकार से कोई निमंत्रण पत्र नहीं मिला है.
 
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मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली / अगरतला

कोरोना की सूनामी के बीच आज सियासी गर्मी भी तेज रहेगी. एक तरफ जहां टीएमसी मुखिया ममता बनर्जी तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं, वहीं पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हिंसा के विरोध में भारतीय जनता पार्टी देशव्यापी ‘हल्ला बोल’ आंदोलन के तहत धरना-प्रदर्शन देगी.
 
चुनाव के बाद हिंसा में पश्चिम बंगाल में अब तक करीब 10 राजनीतिक कार्यकर्ता मारे गए, जिनमें अधिकांश बीजेपी के हैं. भाजपा का आरोप है कि नंदीग्राम में पार्टी के सुवेंदु अधिकारी के हाथों ममता बनर्जी के पराजय के बाद टीएमसी के कार्यकर्ता इस बुरी तरह बौखला गए कि हिंसा पर उतर आए.
 
अब तक कई घरों को आग लगाया गया. कई भाजपा पार्टी कार्यालया फूंके गए. बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं की पिटाई की गई. भाजपा के पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय कहते हैं कि बर्धमान में भाजपा कार्यालय में न केवल आग लगाई गई, कई कीमती सामान भी चोरी कर लिया गया.
 
भाजपा कार्याकर्ताओं पर चुनाव बाद हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल में पैदा हुई चिंताजनक स्थिति के मददेनजर मंगलवार से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बंगाल दौरे पर हैं. वहां हिंसा के शिकार कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं और उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया जा रहा है. आज भी वह पश्चिम बंगाल में ही रहेंगे.
 
आरोप-प्रत्यारोप

पश्चिम बंगाल में हिंसा के विरोध में भाजपा ने आज राष्ट्रीय व्यापी हल्ला बोल आंदोल की घोषणा की है. आंदोलन सुबह 9:30 बजे शुरू होगा. इस दौरान पार्टी कार्याकर्ता धरना प्रदर्शन करेंगे. भाजपा ने टीएमसी से तुरंत हिंसा रोकने की मांग की है. दूसरी तरफ टीएमसी का कहना है कि चूंकि ममता बनर्जी ने अभी तक मुख्यमंत्री के पद की शपथ नहीं ली है.
 
इसलिए कायदे से कानून-व्यवस्था देखने की जिम्मेदारी केंद्र एवं चुनाव आयोग की है. इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कार्यकर्ताओं से हिंसा से दूर रहे और भाजपा कार्याकर्ताओं द्वारा उनकी पार्टी के समर्थकों पर हमले के आरोप लगाए हैं.
 
ममता तीसरी बार लेंगी शपथ

भाजपा के धरना प्रदर्शन के बीच ही टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री पद के लिए तीसरी बार पर शपथ लेंगी. उनके शपथ का कार्यक्रम 10: 45 बजे है. मंत्रिमंडल के सदस्यों के लिए शपथग्रहण समारोह गुरूवार को होगा. हालांकि ममता नंदीग्राम से चुनाव हार गई हैं.
 
बावजूद इसके तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं. टीएमसी ने विधानसभा चुनाव में 213 सीटें जीती हैं. जबकि 73 सीटों के साथ भाजपा पश्चिम बंगाल में दूसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. कांग्रेस और वाम दलों का एक तरह से पश्चिम बंगाल से सफाया हो गया है.
 
नैतिक रूप से शपथ न लें ममताः बिप्लब 

उधर, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहिए. नंदीग्राम से चुनाव हार गई हैं, इसलिए ‘‘नैतिक रूप से‘‘ वह इसकी हकदार नहीं हैं. 
 
हालांकि कभी अपने करीबी रहे बीजेपी के सुवेंदु अधिकारी से चुनाव हार गई हैं, पर टीएमसी ने 294 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा में 213 सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन किया है. बावजूद इसके त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने कहा , ‘‘कई लोग बिना चुनाव लड़े  मुख्यमंत्री बने हैं, लेकिन ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से चुनाव लड़ा और हार गईं.
 
लोगों ने उनका चुनाव नहीं किया. इस आधार पर, नैतिक रूप से, उन्हें खुद को मुख्यमंत्री पद से दूर रखना चाहिए. उन्होंने कहा,‘‘ ममता बनर्जी दावा कर रही हैं कि उनके खिलाफ साजिश की गई. अगर हार साजिश है, तो चुनाव जीतने के पीछे भी साजिश है.‘‘ 
 
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने कहा कि टीएमसी की जीत के बाद पश्चिम बंगाल में हिंसा हो रही है. उन्होंने कहा, ‘‘टीएमसी समर्थित गुंडों द्वारा भाजपा समर्थकों के घरों पर हमला किया जा रहा है. भाजपा कार्यालय, भाजपा समर्थकों के घरों और दुकानों को निशाना बनाया जा रहा है.