नई दिल्ली
भारत की सबसे मशहूर और प्रतिष्ठित पार्श्व गायिका लता मंगेशकर की 95वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.
शनिवार की सुबह एक्स से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा: "लता दीदी को उनकी जयंती पर याद कर रहा हूं. अपने भावपूर्ण गीतों के कारण वह हमेशा लोगों के दिलों और दिमाग में जिंदा रहेंगी."
उन्होंने कहा, "लता दीदी और मेरे बीच एक खास रिश्ता था. मुझे उनका स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य मिला है."
अपने पोस्ट के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने गायिका के साथ अपनी एक तस्वीर भी साझा की. हालांकि, यह तस्वीर दर्शकों को उनके भाई हृदयनाथ मंगेशकर की एक कहानी की ओर ले जाती है, जो एक प्रसिद्ध संगीतकार भी हैं, जिन्होंने इस अवसर पर इंडियन एक्सप्रेस के लिए 'नरेंद्र भाई' और महान गायिका के बीच के बंधन पर प्रकाश डाला.
हृदयनाथ मंगेशकर ने लिखा, "लता दीदी हमेशा प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी की उपलब्धियों और देश में उनके द्वारा किए जा रहे सकारात्मक बदलावों पर गर्व व्यक्त करती थीं. दीदी हमेशा कहती थीं, 'मेरे भाई मोदी देश को आगे ले जाएंगे' और उन्होंने पिछले एक दशक में ऐसा किया है."
हेमा मंगेशकर के रूप में जन्मी लता मंगेशकर कभी-कभार संगीत रचना भी करती थीं. उपमहाद्वीप की सबसे प्रभावशाली गायिकाओं में से एक के रूप में विख्यात, उनकी आवाज़ भारत की तरह ही श्रीलंका, पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल में भी लोकप्रिय है.
मंगेशकर ने छत्तीस से ज़्यादा भारतीय भाषाओं के साथ-साथ कुछ विदेशी भाषाओं में भी गाने रिकॉर्ड किए हैं. दादा साहब फाल्के पुरस्कार और भारत रत्न सहित भारत और विदेश से उन्हें कई सम्मान मिले हैं.
वह भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाने वाली दूसरी गायिका थीं. फ्रांस ने उन्हें अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया और उन्हें नेशनल ऑर्डर ऑफ़ द लीजन ऑफ़ ऑनर का अधिकारी बनाया. भारतीय संगीत उद्योग में उनका करियर आठ दशकों से अधिक समय तक चला, जिसके लिए उन्हें ‘मेलोडी की रानी’, ‘भारत की कोकिला’ और ‘मिलेनियम की आवाज़’ जैसे सम्माननीय खिताब मिले.
6 फरवरी, 2022 को मुंबई में 92 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया.