पीएम मोदी ने किया चिनाब ब्रिज का उद्घाटन, कहा - कश्मीर अब विकास की नई ऊंचाइयों की ओर

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 06-06-2025
PM Modi inaugurated Chenab Bridge, said - Kashmir is now moving towards new heights of development
PM Modi inaugurated Chenab Bridge, said - Kashmir is now moving towards new heights of development

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जम्मू-कश्मीर के उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक परियोजना के अंतर्गत विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे पुल – चिनाब ब्रिज – को राष्ट्र को समर्पित किया. साथ ही उन्होंने अंजी पुल का भी उद्घाटन किया और कटड़ा से श्रीनगर के लिए वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.

यह ऐतिहासिक क्षण देश की इंजीनियरिंग क्षमताओं, रणनीतिक सोच और जम्मू-कश्मीर के विकास के प्रति केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक बन गया. चिनाब नदी पर बने इस रेल पुल को इंजीनियरिंग का चमत्कार कहा जा रहा है। यह न केवल भारत बल्कि दुनिया भर में सबसे ऊंचा रेलवे पुल है, जिसकी ऊंचाई एफिल टावर से भी अधिक है.
 
प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कहा?

इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज का दिन सिर्फ पुलों के उद्घाटन का नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर के विकास, एकता और आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ते कदमों का प्रतीक है. चिनाब ब्रिज सिर्फ एक संरचना नहीं, यह भारत की नई उड़ान, नए आत्मविश्वास और इंजीनियरिंग कौशल का प्रतीक है.
 
 
उन्होंने आगे कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस अब जम्मू और श्रीनगर को तेज़, सुरक्षित और आधुनिक रेल सेवा से जोड़ेगी। यह जम्मू-कश्मीर के पर्यटन, व्यापार और रोजगार के अवसरों को नई दिशा देगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि दशकों से जो बातें सिर्फ वादों में थीं, वे अब धरातल पर उतर रही हैं. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के युवाओं को विशेष रूप से संबोधित करते हुए कहा, “अब आपको अवसर के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि अवसर खुद आपके द्वार पर आएगा. यह पुल सिर्फ भौगोलिक दूरी नहीं मिटा रहा, यह दिलों को भी जोड़ रहा है.”
 
प्रधानमंत्री ने अंजी पुल का भी उद्घाटन किया, जो भारत का पहला केबल-स्पैन रेलवे पुल है. यह पुल भी कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में बनाया गया है और रेल संपर्क को एक नई मजबूती प्रदान करता है. प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चिनाब और अंजी पुल का राष्ट्र को समर्पित करना और वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाना, भारत के बुनियादी ढांचे के विकास और जम्मू-कश्मीर को मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक मील का पत्थर है। यह साबित करता है कि "नया भारत" सिर्फ नारे नहीं, बल्कि नीतियों और कार्यों में भी प्रकट हो रहा है.