प्रधानमंत्री मोदी और शीर्ष नेताओं ने महाकवि भारती की 143वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 11-12-2025
PM Modi and top leaders pay tribute to Mahakavi Bharati on his 143rd birth anniversary
PM Modi and top leaders pay tribute to Mahakavi Bharati on his 143rd birth anniversary

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
 क्रांतिकारी तमिल कवि ‘महाकवि सुब्रमण्यम भारती की 143वीं जयंती पर बृहस्पतिवार को विभिन्न नेताओं ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और पीढ़ियों पर उनके अमिट प्रभाव को याद किया।
 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रतिष्ठित कवि और स्वतंत्रता सेनानी भारती को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भारती की कविताओं ने साहस जगाया और उनके विचारों में अनगिनत लोगों के मन पर अमिट छाप छोड़ने की शक्ति थी।
 
उन्होंने लिखा, ‘‘भारती ने भारत की सांस्कृतिक और राष्ट्रीय चेतना को प्रज्वलित किया। उन्होंने एक न्यायपूर्ण और समावेशी समाज के निर्माण के लिए प्रयास किया। तमिल साहित्य को समृद्ध बनाने में उनका योगदान भी अतुलनीय है।’’
 
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भारती को आधुनिक तमिल साहित्य का जनक बताया।
 
शाह ने लिखा, "औपनिवेशिक सरकार द्वारा किए गए अत्याचारों का सामना करते हुए महाकवि ने क्रांति की लौ जलाये रखा और अपनी जोशीली देशभक्तिपूर्ण कविताओं से स्वतंत्रता आंदोलन को बल दिया।"
 
उन्होंने यह भी कहा कि भारती ने सामाजिक सुधारों के माध्यम से एक निष्पक्ष और न्यायसंगत समाज के निर्माण के भारत के सभ्यतागत लक्ष्य को आगे बढ़ाया।
 
भारती का जन्म 11 दिसंबर 1882 को तूतीकोरिन के एट्टायापुरम में हुआ था।
 
यह देखते हुए कि महाकवि महिला अधिकारों के प्रबल समर्थक थे, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने कहा कि उनकी द्रविड़ मॉडल सरकार ने न केवल महिलाओं के लिए उच्च शिक्षा सुनिश्चित की है, बल्कि इस योजना का नाम भरथियार की कविता से प्रेरित होकर रखा गया है। मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा, "हमने भारती की स्मृति दिवस को 'महाकवि दिवस' के रूप में मनाने की भी घोषणा की है।"