बिहार चुनाव के पहले चरण में 65.08 प्रतिशत मतदान, राज्य के इतिहास में सबसे अधिक: निर्वाचन आयोग

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 08-11-2025
65.08 percent voting in the first phase of Bihar elections, the highest in the history of the state: Election Commission
65.08 percent voting in the first phase of Bihar elections, the highest in the history of the state: Election Commission

 

पटना
 
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 65.08 प्रतिशत मतदान हुआ, जो राज्य के इतिहास में अब तक का सबसे अधिक है। यह जानकारी शनिवार को निर्वाचन आयोग ने दी।
 
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, छह नवंबर को हुए मतदान में 3.75 करोड़ पात्र मतदाताओं में से रिकॉर्ड 65.08 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। यह वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में दर्ज 57.29 प्रतिशत मतदान की तुलना में 7.79 प्रतिशत अधिक है।
 
पहले चरण के तहत 243 सदस्यीय विधानसभा की 121 सीट के लिए मतदान हुआ था। इसके लिए कुल 45,341 मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिनमें से 36,733 ग्रामीण क्षेत्रों में थे। इस चरण में कुल 1,314 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें 1,192 पुरुष और 122 महिलाएं शामिल थीं।
 
कुल मतदाताओं में 1.98 करोड़ पुरुष और 1.76 करोड़ महिलाएं थीं। सीईओ कार्यालय ने बताया कि महिलाओं ने बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर पहुंचकर मतदान किया।
 
मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर जिलों में 70 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया। मुजफ्फरपुर में 71.81 प्रतिशत और समस्तीपुर में 71.74 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके अलावा मधेपुरा में 69.59 प्रतिशत, सहरसा में 69.38 प्रतिशत, वैशाली में 68.50 प्रतिशत और खगड़िया में 67.90 प्रतिशत मतदान हुआ।
 
राजधानी पटना जिले में 59.02 प्रतिशत, लखीसराय में 64.98 प्रतिशत, मुंगेर में 62.74 प्रतिशत और सीवान में 60.61 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
 
राज्य निर्वाचन आयोग (ईसीआईनेट) पर जारी आंकड़ों के अनुसार, विधानसभा के स्तर पर मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 77.62 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया, जो इस चरण में रिकॉर्ड स्तर का मतदान है।
 
मतदान प्रतिशत के मामले में दूसरे स्थान पर मुजफ्फरपुर जिले का ही बोचहां विधानसभा क्षेत्र रहा, जहां 76.35 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। वहीं, सबसे कम मतदान पटना जिले के कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र में हुआ, जहां केवल 39.57 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला।
 
आंकड़ों के अनुसार, कई जिलों में मतदान उत्साहजनक रहा। बेगूसराय जिले में औसतन 69.58 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसमें साहेबपुर कमाल में 71.39 प्रतिशत, बछवाड़ा में 71.22 प्रतिशत और चेरियाबरियारपुर में 70.18 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
 
बक्सर जिले में औसतन 61.83 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि भोजपुर में यह आंकड़ा 58.91 प्रतिशत रहा। भोजपुर के तरारी विधानसभा में 63.61 प्रतिशत मतदान हुआ, जो जिले में सर्वाधिक रहा।
 
दरभंगा जिले में कुल मतदान 63.35 प्रतिशत रहा। यहां बहादुरपुर में 70.28 प्रतिशत और हयाघाट में 65.40 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला। गोपालगंज जिले में कुल मतदान 66.58 प्रतिशत रहा, जिसमें बैकुंठपुर में 69.63 और हथुआ में 66.86 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
 
खगड़िया जिले में औसतन 67.65 प्रतिशत मतदान हुआ। परबत्ता में 67.84 और खगड़िया विधानसभा में 69.60 प्रतिशत मतदाता मतदान केंद्रों तक पहुंचे।
 
मुजफ्फरपुर जिले में कुल 71.41 प्रतिशत मतदान हुआ, जो राज्य में सर्वाधिक है। जिले के सकरा (75.35), कुढ़नी (75.63) और बरूराज (73.50) विधानसभा क्षेत्रों में भी भारी मतदान दर्ज किया गया।
 
समस्तीपुर जिले में औसतन 71.22 प्रतिशत मतदान हुआ। उजियारपुर (73.99), सरायरंजन (73.33) और कल्याणपुर (73.62) जैसे क्षेत्रों ने 70 प्रतिशत से अधिक मतदान के साथ राज्य के शीर्ष प्रदर्शन करने वाले इलाकों में जगह बनाई।
 
इसके विपरीत, नालंदा और पटना जिलों में अपेक्षाकृत कम मतदान हुआ। नालंदा में औसतन 59.33 प्रतिशत और पटना में 58.40 प्रतिशत मतदान हुआ। पटना के दीघा (41.40), बांकीपुर (40.97) और कुम्हरार (39.57) विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं की भागीदारी सबसे कम रही।
 
सहरसा (69.16 प्रतिशत), वैशाली (67.68 प्रतिशत), लखीसराय (65.05 प्रतिशत) और सारण (63.63 प्रतिशत) जिलों में मतदान का प्रतिशत राज्य के औसत से अधिक रहा।
 
शेष 122 विधानसभा सीट के लिए मतदान 11 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी।