आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच शुक्रवार को पाकिस्तान की ओर से लगातार दूसरे दिन भारतीय क्षेत्रों को निशाना बनाते हुए ड्रोन हमलों की एक व्यापक श्रृंखला अंजाम दी गई.
इन हमलों में जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के करीब 20 शहरों को निशाना बनाया गया, जिनमें से अधिकांश हमलों को भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया.
इन हमलों में एक बड़ा निशाना था अवंतीपोरा एयरबेस, जिसे समय रहते निष्क्रिय कर दिया गया. हालांकि मौके पर 15 से 20 विस्फोटों की आवाज़ें सुनी गईं. हमले के दौरान उत्तर भारत के कई हिस्सों में ब्लैकआउट और हवाई हमले के सायरन बजने की घटनाएं सामने आईं.
ड्रोन हमले की पूरी तस्वीर: कहां-कहां गिराए गए निशाने
पाकिस्तान की ओर से जम्मू, सांबा, राजौरी, पठानकोट, अमृतसर, जैसलमेर, बाड़मेर, पोखरण, कुपवाड़ा, पुंछ, उरी, नौगाम और हंदवाड़ा समेत 26 से अधिक स्थानों पर ड्रोन भेजे गए.
अधिकारियों के अनुसार, अमृतसर के पांच इलाकों में करीब 15 ड्रोन देखे गए, जिसके बाद रेड अलर्ट जारी कर दिया गया. यहां के नागरिकों को घरों के भीतर रहने और अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है.
फिरोजपुर में एक सशस्त्र ड्रोन ने एक नागरिक क्षेत्र को निशाना बनाया, जिसमें एक ही परिवार का सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गया. घायलों को स्थानीय अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है.
एलओसी पर भीषण गोलीबारी, जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिले सबसे ज्यादा प्रभावित
पाकिस्तान की इस आक्रामकता के बीच कुपवाड़ा, पुंछ, उरी, नौगाम, हंदवाड़ा और सांबा सेक्टर में भारी गोलीबारी की घटनाएं दर्ज की गई हैं.पठानकोट और जम्मू में लगातार दूसरी रात ब्लैकआउट किया गया और हवाई हमले के सायरन बजते रहे। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने विस्फोट जैसी आवाजें सुनी हैं और लोगों से घरों के भीतर रहने की अपील की है.
श्रीनगर एयरपोर्ट के ऊपर भी दिखा ड्रोन, सेना की त्वरित कार्रवाई
रात करीब 9 बजे श्रीनगर एयरपोर्ट के ऊपर एक ड्रोन देखा गया, जिसके बाद ब्लैकआउट कर दिया गया और सेना ने तत्परता दिखाते हुए उसे मार गिराया.सूत्रों का कहना है कि यह हमला गुरुवार को जम्मू, उधमपुर और पठानकोट स्थित सैन्य ठिकानों पर हुए मिसाइल और ड्रोन हमलों की कड़ी में ही हुआ है, जो स्पष्ट रूप से पाकिस्तान की नियोजित और उत्तेजक कार्रवाई का हिस्सा है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना से कहा है कि पाकिस्तान की सेना द्वारा लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन को गंभीरता से लिया जाए और माकूल जवाब दिया जाए। सूत्रों के मुताबिक, थल, वायु और सीमा सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
नागरिकों को सतर्क रहने की अपील, सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष चेतावनी
सरकारी एजेंसियों ने नागरिकों को खासकर सीमावर्ती जिलों में रहने वाले लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.
भारतीय सेना और वायुसेना की त्वरित कार्रवाई से अधिकतर ड्रोन नष्ट किए जा चुके हैं, लेकिन स्थिति अभी तनावपूर्ण और सतर्कता की मांग करने वाली बनी हुई है.
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान द्वारा इस प्रकार का ड्रोन हमला सीधे तौर पर मानसिक और सामरिक दबाव बनाने की कोशिश है, खासकर उस वक्त जब भारत सीमाओं पर सख्त रुख अपनाए हुए है.
अवंतीपोरा जैसे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाना यह संकेत देता है कि पाकिस्तान की रणनीति अब परंपरागत युद्ध से हटकर टेक्नोलॉजी आधारित टकराव की तरफ बढ़ रही है.
भारत एक तरफ जहां आत्मरक्षा और संयम का परिचय दे रहा है, वहीं पाकिस्तान की ये हरकतें साबित करती हैं कि वह संघर्ष को और गहरा करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन भारत की मजबूत हवाई रक्षा प्रणाली और सेना की तैयारियों ने इन हमलों को नाकाम कर यह साफ कर दिया है कि भारत किसी भी उकसावे का जवाब देने में सक्षम और तैयार है.