आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
इस प्रयास के बाद भारत ने गुरुवार सुबह लाहौर पर ड्रोन से हमला किया और रडार प्रणाली को नष्ट कर दिया. इस संबंध में कर्नल सोफिया कुरैशी ने आज मीडिया को महत्वपूर्ण जानकारी दी. एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में हमने कहा था कि हमने किसी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया था." कल रात पाकिस्तान ने कई भारतीय सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने का प्रयास किया, जिसे विफल कर दिया गया. यह पूरा शव भी बरामद कर लिया गया है.
पाकिस्तान का ड्रोन और मिसाइल हमला विफल
7 मई की रात को पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों से कई भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का प्रयास किया. जम्मू, पठानकोट, अवंतीपोरा, श्रीनगर, अमृतसर, चंडीगढ़ और भुज सहित उत्तर और पश्चिमी भारत में पंद्रह से अधिक स्थानों पर हमले किये गये. कर्नल सोफिया कुरैशी के अनुसार, "भारतीय वायु रक्षा और एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड ने इन सभी हमलों को विफल कर दिया, और उनका कोई भी लक्ष्य सफल नहीं हुआ."
हमलों के मलबे से पाकिस्तानी इरादे उजागर
कर्नल सोफिया ने कहा कि कई स्थानों से हमलों का मलबा बरामद किया गया है, जिससे साफ पता चलता है कि ये मिसाइलें और ड्रोन पाकिस्तान से भेजे गए थे। उन्होंने कहा, "यह मलबा हमारे इस दावे की पुष्टि करता है कि पाकिस्तान ने हमारे सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने का प्रयास किया था.
ऑपरेशन सिंदूर के तहत विशिष्ट लक्ष्यों पर हमला
कर्नल सोफिया ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोहराया कि 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया था और किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान पर हमला नहीं किया गया था. कर्नल सोफिया ने कहा, "हमने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर भारत पर कोई हमला हुआ तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा."
भारत की संगठित और प्रभावी प्रतिक्रिया
पाकिस्तान की उकसावे वाली कार्रवाई के जवाब में 8 मई की सुबह भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में कई स्थानों पर स्थित वायु रक्षा रडारों को निशाना बनाया। कर्नल सोफिया ने खुलासा किया कि “लाहौर में वायु रक्षा प्रणाली को पूरी तरह से निष्प्रभावी कर दिया गया है.” "हमारा जवाब न केवल क्षेत्रीय रूप से समतुल्य था, बल्कि तकनीकी रूप से भी सही था."
सुरक्षा बल पूरी तरह सतर्क
वर्तमान स्थिति को देखते हुए सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. भारत ने स्पष्ट संदेश दिया है कि देश के विरुद्ध किसी भी आक्रमण का जवाब बहुत मजबूत और लक्षित तरीके से दिया जाएगा.
पृष्ठभूमि: पहलगाम हमले से तनाव शुरू हुआ
यह पूरी स्थिति 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद शुरू हुई, जिसमें 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे. इसके बाद भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया और यह स्पष्ट कर दिया कि वह अपनी धरती पर हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा.