नई दिल्ली
भारत ऊर्जा भंडारण सप्ताह (IESW) 2025 में 200 से अधिक घरेलू यात्री कार निर्माता और अंतरराष्ट्रीय इलेक्ट्रिक वाहन (EV) कंपनियों के भाग लेने की संभावना है।इंडस्ट्री निकाय इंडिया एनर्जी स्टोरेज अलायंस (IESA) द्वारा यह आयोजन 8 जुलाई से 10 जुलाई तक नई दिल्ली स्थित यशोभूमि कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर में किया जाएगा। यह इस आयोजन का 11वां संस्करण होगा।
IESA द्वारा जारी बयान के अनुसार, इस बार IESW में 200 से अधिक भारतीय और विदेशी ईवी निर्माता कंपनियों की भागीदारी से भारत के वैश्विक विनिर्माण हब बनने की दिशा को बल मिलेगा।
भारत ने इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर (E-3W) बाजार में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है और अब वह इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर (E-2W) क्षेत्र में भी एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभर रहा है।
फॉर्च्यून बिजनेस इनसाइट्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में 22.4% की सालाना वृद्धि दर से बढ़ते हुए यह बाजार वर्ष 2032 तक 117.78 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, फिनलैंड, कनाडा, अमेरिका, इज़राइल और दक्षिण कोरिया समेत 150 से अधिक अंतरराष्ट्रीय साझेदार, प्रदर्शक और कुल 1,000 से अधिक कंपनियां भाग लेंगी।
IESA के अध्यक्ष देबमालया सेन ने कहा, "एसपीएमईपीसीआई (SPMEPCI) एक क्रांतिकारी पहल है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के औद्योगिक परिवर्तन के विज़न को मजबूती देगी। IESW 2025 के माध्यम से हम विश्वस्तरीय नवाचारों और विदेशी निवेश की संभावनाओं को साकार होते देखेंगे, जो भारत के उद्योग जगत को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।"
IESA इस आयोजन के लिए गुजरात, ओडिशा, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के साथ मिलकर काम कर रहा है। इसका उद्देश्य ऐसे नवाचार और समाधान प्रस्तुत करना है जो देश के औद्योगिक परिदृश्य को नई दिशा दें और मौजूदा प्रणाली की गुणवत्ता एवं कार्यक्षमता में व्यापक सुधार लाएं।