‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत के अद्वितीय पराक्रम का एक शानदार उदाहरण है: वायुसेना प्रमुख ए पी सिंह

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 06-09-2025
'Operation Sindoor' is a great example of India's unparalleled valor: Air Force Chief A P Singh
'Operation Sindoor' is a great example of India's unparalleled valor: Air Force Chief A P Singh

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली 

 
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने कहा है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत के अद्वितीय पराक्रम का एक शानदार उदाहरण है और भारतीय सशस्त्र बलों ने दुश्मन पर त्वरित, सटीक और निर्णायक प्रहार करने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है.
 
उन्होंने यहां अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी की ‘पासिंग आउट परेड’ की समीक्षा के बाद कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने तीनों सेनाओं के बीच विशिष्ट समन्वय, सशस्त्र बलों और अन्य एजेंसियों के साथ तालमेल और एकीकरण को प्रदर्शित किया.
 
कुल 130 अधिकारी कैडेट और 25 महिला अधिकारी कैडेट को भारतीय सेना के विभिन्न अंगों और सेवाओं में कमीशन दिया गया, जबकि नौ मित्र देशों की 12 महिला विदेशी अधिकारी कैडेट ने भी सफलतापूर्वक अपना प्रशिक्षण पूरा किया, जिससे अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के पार सौहार्द और सहयोग को बढ़ावा मिला.
 
इस मौके पर सिंह ने कहा, ‘‘जब हम भविष्य की ओर देखते हैं, तो दो बातें निश्चित हैं - युद्ध का तेजी से बदलता स्वरूप और सैन्य शक्ति की बढ़ती प्रासंगिकता.
 
उन्होंने कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर हमारे अद्वितीय पराक्रम का एक ज्वलंत उदाहरण है। भारतीय सशस्त्र बलों ने दुश्मन पर तीव्र, सटीक और निर्णायक प्रहार करने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। इन बलों के भविष्य के रूप में आपको यह समझना होगा कि रक्षा बल हमेशा से ही सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वाले रहे हैं और रहेंगे।’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘इन युवा अधिकारी कैडेट का अपने सेवाकाल में पेशेवर आचरण इन प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन और इस अकादमी के उच्च प्रशिक्षण मानक का सशक्त प्रतिबिंब होगा।’’
 
अधिकारी कैडेट से अपील करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘याद रखें कि हमारी ताकत केवल व्यक्तिगत उत्कृष्टता से नहीं, बल्कि पूरी टीम की एकजुटता से आती है। कोई भी सेना अलग-थलग होकर काम नहीं करती, चाहे वह आकाश में हो, जमीन पर हो या समुद्र में।’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘जैसे-जैसे आप सेना में आगे बढ़ेंगे, आपको एकजुटता की भावना को आगे बढ़ाते रहना होगा।’’
 
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रत्येक अधिकारी कैडेट की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा, ‘‘सुनिश्चित करें कि आप अपनी और दूसरों की भूमिका को समझें तथा इस मातृभूमि को गौरव दिलाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें.
 
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि इस प्रशिक्षण ने आपको (अधिकारी कैडेट को) अधिकारी और नेता के रूप में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और अनुशासन से सुसज्जित किया है। इन युवा अधिकारी कैडेट का अपने सेवाकाल में पेशेवर आचरण प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन और इस अकादमी के उच्च प्रशिक्षण मानक का सशक्त प्रतिबिंब होगा.
 
सिंह ने अधिकारी कैडेट के माता-पिता और रिश्तेदारों के प्रति भी आभार व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘आपके अटूट समर्थन ने उन्हें अपने सपने साकार करने में सक्षम बनाया है। आपका त्याग और विश्वास उनकी सफलता में सहायक रहेगा.
 
कैडेट को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘यह क्षण आपको थाली में परोसा हुआ नहीं मिला है; आपने इसे अपनी प्रासंगिक दृढ़ता, अनुशासन और अटूट प्रतिबद्धता के माध्यम से अर्जित किया है.