On Labor Day, Congress leader Rahul Gandhi said, "Workers and artisans can turn the wheel of the economy"
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर श्रमिकों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं. सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता ने लिखा कि भारत के श्रमिक और कारीगर अर्थव्यवस्था का पहिया घुमा सकते हैं और देश को आगे ले जा सकते हैं.
उन्होंने कहा, "भारत का निर्माण करने वाले श्रमिक और कारीगर वास्तव में अर्थव्यवस्था का पहिया घुमाते हैं और देश को आगे ले जाते हैं. जब तक उनके कौशल को उनका हक नहीं मिलता और उनके श्रम का सम्मान नहीं होता, तब तक भारत सही मायने में प्रगति नहीं कर सकता." उन्होंने कहा, "आज अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर मैं यह सुनिश्चित करने का अपना संकल्प दोहराता हूं कि भारत की प्रगति में उन्हें उनका उचित हिस्सा मिले."
कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने भी श्रमिकों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं और राष्ट्र निर्माण में श्रमिकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला. खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर श्रमिकों के अधिकारों को कमजोर करने का भी आरोप लगाया। खड़गे ने एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा, "आज का दिन मेरे लिए बहुत खास है क्योंकि आज मजदूर दिवस है.
श्रमिकों के बिना किसी भी देश का विकास असंभव है. अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर देश भर के लाखों श्रमिकों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई। मैंने अपने जीवन की शुरुआत श्रमिकों के अधिकारों की वकालत करते हुए की थी. यह भारतीय लोकतंत्र की ताकत है कि मेरे जैसे मिल मजदूर के बेटे को केंद्र सरकार में श्रम मंत्रालय संभालने का मौका मिला.
कड़ी मेहनत और संघर्ष के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में खुद को समर्पित करके, हमारे मजदूर भाई-बहन अपने हाथों से देश की नींव मजबूत करते हैं." उन्होंने मजदूरों के प्रति कांग्रेस पार्टी की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा, "कांग्रेस पार्टी के लिए, 'श्रमेव जयते' सिर्फ एक नारा नहीं है. "कांग्रेस पार्टी के लिए, 'श्रमेव जयते' सिर्फ एक नारा नहीं है; यह करोड़ों श्रमिकों को न्याय और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने का हमारा संकल्प है. आज मोदी सरकार ने देश के श्रमिकों, मजदूरों और मेहनतकश युवाओं के भविष्य को खतरे में डाल दिया है,"
खड़गे ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा। खड़गे ने मोदी सरकार के तहत मजदूरों के संघर्षों के बारे में तीन प्रमुख चिंताएँ उठाईं. "सबसे पहले, मनरेगा - जो सबसे कमजोर श्रमिकों को रोजगार देने की कांग्रेस की गारंटी है, मोदी सरकार द्वारा लगातार खत्म कर दी गई है. बजट कम कर दिया गया है. 7 करोड़ श्रमिकों को मनरेगा से हटा दिया गया. दैनिक मजदूरी नहीं बढ़ाई गई. उन्होंने एक्स पोस्ट पर कहा, "हमारी मांग है कि मनरेगा मजदूरों को प्रतिदिन 400 रुपये दिए जाएं और उनके कार्य दिवस 100 से बढ़ाकर 150 दिन किए जाएं."