ओडिशा: कटक में ताजा हिंसा के बाद 13 थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा, इंटरनेट सेवा बंद

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 06-10-2025
Odisha: Curfew imposed in 13 police station areas, internet services suspended after fresh violence in Cuttack
Odisha: Curfew imposed in 13 police station areas, internet services suspended after fresh violence in Cuttack

 

कटक/भुवनेश्वर

कटक में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हुई ताजा गुटीय हिंसा के बाद ओडिशा सरकार ने रविवार रात कड़े कदम उठाए हैं। 13 थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। इस हिंसा में 25 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें 8 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।

36 घंटे की निषेधाज्ञा, इंटरनेट बंद

पुलिस आयुक्त एस. देवदत्त सिंह ने बताया कि यह निषेधाज्ञा रविवार रात 10 बजे से अगले 36 घंटे तक प्रभावी रहेगी। प्रभावित थाना क्षेत्र हैं:

  • दरगाह बाजार

  • मंगलाबाग

  • छावनी

  • पुरीघाट

  • लालबाग

  • बिदानासी

  • मरकट नगर

  • सीडीए फेज-2

  • मालगोदाम

  • बादामबाड़ी

  • जगतपुर

  • 42 मौजा

  • सदर थाना

इन क्षेत्रों में अमन-शांति बनाए रखने और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए रविवार शाम 7 बजे से सोमवार शाम 7 बजे तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।

विहिप की बाइक रैली के बाद भड़की हिंसा

अधिकारियों के अनुसार, यह ताजा हिंसा विश्व हिंदू परिषद (विहिप) द्वारा प्रशासन के निर्देशों की अवहेलना कर रविवार शाम निकाली गई मोटरसाइकिल रैली के दौरान भड़की।

रैली में शामिल लोगों को जब पुलिस ने संवेदनशील इलाके में जाने से रोका, तो उन्होंने पथराव शुरू कर दिया। जवाब में पुलिस को हल्का लाठीचार्ज, आंसू गैस और रबर की गोलियों का इस्तेमाल करना पड़ा।

घायल हुए 25 लोग, कई वाहन क्षतिग्रस्त

पुलिस के अनुसार, इस झड़प में कुल 25 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 8 पुलिसकर्मी हैं। इससे पहले शुक्रवार और शनिवार की रात भी सामूहिक झड़पें हुई थीं, जिनमें 4 नागरिक और 2 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।

तेज संगीत पर विवाद बना झड़प की वजह

दरगाह बाजार क्षेत्र के हाथी पोखरी के पास कथाजोड़ी नदी किनारे से देवी प्रतिमा के विसर्जन के दौरान यह हिंसा शुरू हुई। कुछ स्थानीय लोगों ने तेज संगीत पर आपत्ति जताई, जिसके बाद विवाद इतना बढ़ा कि छतों से पत्थर और कांच की बोतलें फेंकी गईं।इस हमले में कटक के डीसीपी खिलारी ऋषिकेश ज्ञानदेव भी घायल हो गए।

विसर्जन रोका गया, बाद में भारी सुरक्षा में पूरा

इस झड़प के चलते विसर्जन कार्यक्रम को तीन घंटे के लिए रोक दिया गया। पूजा समितियों ने हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।हालांकि, बाद में रविवार सुबह साढ़े नौ बजे तक सभी प्रतिमाओं का विसर्जन कड़ी सुरक्षा के बीच संपन्न हुआ।

अब तक 6 गिरफ्तार, और की पहचान जारी

पुलिस ने अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। सीसीटीवी फुटेज, ड्रोन से लिए गए दृश्य और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर बाकी दोषियों की पहचान की जा रही है।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

  • विहिप ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि उसने बार-बार अनुरोध के बावजूद शांतिपूर्ण विसर्जन सुनिश्चित नहीं किया

  • बीजू जनता दल (बीजद) ने असामाजिक तत्वों को दोषी ठहराते हुए कहा कि कुछ लोग सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।

  • मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने हिंसा की निंदा की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने घायलों को मुफ्त इलाज देने का निर्देश भी दिया है।

कटक की यह घटना एक चिंताजनक स्थिति बन गई है। प्रशासन ने एहतियातन पुलिस बल तैनात किया है, निषेधाज्ञा लागू की गई है और इंटरनेट बंद कर दिया गया है ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे। अधिकारी स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं।