बीजिंग
तिब्बत में माउंट एवरेस्ट के उत्तरी (चीन नियंत्रित) हिस्से में भीषण बर्फबारी और बर्फीले तूफान के चलते लगभग 1,000 पर्वतारोही और पर्यटक फंसे हुए हैं। अधिकारियों और स्थानीय मीडिया के अनुसार, रविवार को इन लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए बचाव अभियान युद्धस्तर पर जारी रहा।
यह इलाका लगभग 4,900 मीटर से अधिक ऊंचाई पर स्थित है, जहां लगातार बर्फबारी के कारण मुख्य रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सैकड़ों स्थानीय ग्रामीणों और बचाव कर्मियों को तैनात किया गया है, जो बर्फ हटाने और लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के काम में जुटे हैं।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ पर्यटकों को पहले ही सफलतापूर्वक बचाया जा चुका है, लेकिन अधिकांश अब भी बर्फ में फंसे हुए हैं। बचाव दल के लिए कम ऑक्सीजन, ठंड और बर्फीले रास्ते बड़ी चुनौती बनकर सामने आ रहे हैं।
बर्फबारी का यह सिलसिला शुक्रवार शाम से शुरू हुआ, जो अब तक तिब्बत के माउंट एवरेस्ट के पूर्वी क्षेत्र में तेज़ होता जा रहा है। यह क्षेत्र पर्वतारोहियों और ट्रेकिंग प्रेमियों के बीच खासा लोकप्रिय है, और हर साल बड़ी संख्या में लोग यहां आते हैं।
माउंट एवरेस्ट को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माना जाता है, जिसकी ऊंचाई 8,849 मीटर है। चीन में इसे माउंट कोमोलांगमा (Mount Qomolangma) के नाम से जाना जाता है।
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि सभी फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने तक अभियान जारी रहेगा, और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है।