आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
मशहूर पुलिस अधिकारी आफताब अहमद अली का निधन हो गया है. वह राष्ट्रीय पुलिस अकादमी के 1985 से 1990 के बीच निदेशक के पद पर भी रहे थे. इस अवधि के दौरान लगभग 100 प्रशिक्षुओं को उनके कुशल नेतृत्व में पुलिसिंग की बुनियादी बातों के बारे में प्रशिक्षित होने का सौभाग्य मिला. उनके द्वारा प्रशिक्षित पुलिस अधिकारियों का मानना है कि आफताब अहमद अली प्रशिक्षण के कामों में निजी दिलचस्पी लेते थे. वह कुछ कक्षाएं व्यक्तिगत रूप से भी लेते थे. अली की शख्सियत जमीन से जुड़ी और सरल, शिष्ट, शालीन और गरिमामय था. उनका मानना था कि आईपीएस किसी से पीछे नहीं है.
वह मानते थे कि पुलिस अधिकारी को प्रशंसा की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. आलोचना सहने के लिए तैयार रहना चाहिए और यदि आपको कुछ प्रशंसा मिलती है तो आप भाग्यशाली हैं. उन्होंने गोविंद गढ़ पुलिस स्टेशन के एसएचओ के रूप में काम किया था. उच्च श्रेणी, शैली और सिद्धांतों के धनी डॉ. अली एक उत्कृष्ट वक्ता थे.
उन्होंने 5 वर्षों तक निदेशक एनपीए के रूप में कार्य किया और 600 से अधिक परिवीक्षाधीनों को तैयार किया, जिन्होंने नब्बे के दशक, 2000 और 2010 के दौरान भारत को विभिन्न आंतरिक सुरक्षा कामों में सेवा दी. वह 1978 से 1984 तक एनईपीए के संस्थापक निदेशक थे. नब्बे वर्ष की आयु में 22 फरवरी 2024 को उनका निधन हो गया.
उत्तर पूर्वी पुलिस अकादमी (एनईपीए) के संस्थापक निदेशक, सेवानिवृत्त भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी आफताब अहमद अली का गुरुवार दोपहर संक्षिप्त बीमारी के बाद निधन हो गया. वह 90 वर्ष के थे. अहमद अली ने 1978 में उमरसॉ गांव, री भोई में NEPA की स्थापना के लिए लगातार काम किया था.