Muslim makeup artist Shamim Alam brings alive the Characters of Ramlila with his brush
ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली
मुस्लिम मेकअप आर्टिस्ट शमीम आलम पिछले 8 वर्षों से रामलीला के किरदारों का श्रृंगार, साज सज्जा करते आ रहें हैं. इसके लिए वे कोई शुल्क भी नहीं चार्ज करते. शमीम आलम जब रामलीला क़िरदारों का मेकअप करते हैं तो उन केरेक्टर्स की परफॉर्मेंस में एक नूर लाता है. आवाज द वॉयस को शमीम आलम ने बताया कि आर्टिस्ट का कोई धर्म नही होता है, वह सिर्फ कला का प्रेमी होता है और इस वर्ष भी फरीदाबाद की श्रद्धा रामलीला कमेटी के रामलीला किरदारों का मेकअप वो और उनकी टीम करेगी.
दिल्ली में जश्न-ए-रेख्ता में रामलीला का प्रदर्शन कर देशभर में सुर्खियां बटोर चुकी श्री श्रद्धा रामलीला कमेटी इस वर्ष भी हर्षोउल्लास से रामलीला का मंचन करने जा रही है.
मुस्लिम मेकअप आर्टिस्ट करता है रामलीला के किरदारों का श्रृंगार
शमीम आलम रामलीला कलाकारों के किरदार के हिसाब से उनके भाव को जीवंत करने का काम करते हैं. शमीम आलम ने बताया कि कलाकार की एक्टिंग भी तभी निखर कर आती है जब किरादरों के चेहरे पर वो भाव आए जो उनके किरदार को चरितार्थ करे और हम रामलीला में राम,सीता, लक्षण, जनक, सुनैना, हनुमान जी और अन्य कलाकारों का मेकअप उसी सोच को ध्यान में रखते हुए करतें हैं.
आवाज द वॉयस को शमीम आलम ने बताया कि रामलीला में हर किरदार का अलग लुक होता है और हमारा प्राथमिक काम किरदार के साथ न्याय करना है. जब दर्शक पात्रों की सराहना करते हैं, तो बैकरूम कलाकारों के प्रयासों को पहचाना जाता है. हम पहले पात्रों की कल्पना करते हैं और फिर निर्देशक के साथ योजना पर चर्चा करते हैं.
शमीम आलम ने बताया कि हम रामलीला होने से पहले ही अपना काम शुरू करते हैं हम किरदारों को देखतीं हैं उनको ऑब्ज़र्व करते हैं और शो खत्म होने तक कलाकारों को देखते हैं. इसका उद्देश्य बालों को पतला करना या पेंट में रंगना नहीं है, बल्कि दर्शकों के सामने आकाशीय पात्रों को जीवंत करना है. उनकी सामने प्रभु की वही छवि प्रस्तुत करना है जो वो अपने मन में बसाए हुए हैं. हमारा काम बिजी हो जाता है जब मंच पर एक वक़्त पर कई पात्र होते हैं और समय सीमा सख्त हो जाती है.
मुस्लिम मेकअप आर्टिस्ट शमीम आलम ने बताया कि हर किरदार के हिसाब से उसके चेहरा का भाव जरूरी होता है. इसीलिए मेकअप करने से उनके किरदार को याद करके ही मेकअप करना शुरू करता हूँ. जबतक अंदर वह भाव नहीं आएगा, तबतक मेकअप में भाव देखने को नहीं मिलता है.
मेकअप आर्टिस्ट शमीम आलम का पूरा परिवार हर वर्ष रामलीला का मंचन सपरिवार देखतें और उसका आनंद उठाते हैं. ये हमारे परिवार के लिए एक उत्सव जैसा होता है.
मेकअप आर्टिस्ट शमीम आलम बॉलीवुड में महान हस्तियों का मेकओवर भी चुके हैं इसमें हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म 'ग़दर 2' के विलन मनीष वाधवा भी शामिल हैं.
शमीम आलम कहते हैं कि मैं रामलीला में किरदारों को उसी भक्ति से देखता हूँ इसीलिए इसके लिए कोई चारगी नहीं करता यानी मेरा लेबर चार्ज नहीं करता बीएस मेक उप प्रोडक्ट्स और मेरी टीम का खर्चा पानी निकल जाए इतना ही मरे लिए काफी है.
मेकअप आर्टिस्ट शमीम आलम बॉलीवुड में मेकअप करते हैं और लोगों को सुन्दर बनाते हैं वहीं से अपनी रोजी-रोटी कमेटी हैं वे इस फील्ड में पिछले 20 सैलून से कार्यरत हैं और आउटडोर शूट्स पर भी जाते हैं. उनका नाम
गूगल पर डालते हैं उनके मेकओवर्स दीखते हैं यहीं उनकी अनोखी पहचान है.
मेकअप आर्टिस्ट शमीम आलम का मानना है कि कलाकार मुस्लिम हो या फिर हिन्दू कलाकार सिर्फ कलाकार होता है. कलाकार अपने कला का प्रेमी होता है और मुझे रामलीला के किरदारों की साज सज्जा करना बेहद खुशी की अनुभूति होती है.
साथ ही उन्होनें कहा कि मेकअप आर्टिस्ट को बॉलीवुड इंडस्ट्री में और एक्सपोज़र मिलना जरूरी है क्योंकि हम ही वो बेक स्टेज आर्टिस्ट हैं जिनके कारण आप किरदार में वो छवि और रूप देख पाती हैं जिसकी आप अभीलाशा रखते हैं.
मेकअप आर्टिस्ट शमीम आलम फरीदाबाद के इंडोगमा फेस्टिवल (Indogma Film Festival, Faridabad) में कोर मेंबर हैं साथ ही मेकअप की दुनिया में उन्हें कई अवार्ड्स भी इस क्षेत्र में प्राप्त हुए उन्हें बटोर जज और सेलिब्रिटी भी विभिन्न कार्यक्रमों में आमंत्रित किया जाता है.
फेमस Euphoria Band का गाना Dhoom Pichuk Dhoom की शूटिंग के दौरान सभी आर्टिस्ट का मेकअप शमीम आलम ने ही किया था वे पिछले 20 वर्षों से इस क्षेत्र में काम कर रहें हैं.