आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 9 दिसंबर को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार और शिल्प गुरु पुरस्कार प्रदान किए। उत्तर प्रदेश के तीन कलाकारों को उनकी उत्कृष्ट कृतियों के लिए अलग-अलग श्रेणियों में यह प्रतिष्ठित सम्मान दिया गया।
सहारनपुर के मोहम्मद दिलशाद को उनकी बारीकी से नक्काशी की गई शीशम की सेंटर टेबल के लिए ‘शिल्प गुरु पुरस्कार-2024’ से सम्मानित किया गया। वहीं, वाराणसी के इम्तियाज अहमद को 2023 का राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार प्रदान किया गया। इन कारीगरों ने उत्तर प्रदेश की समृद्ध हस्तशिल्प परंपरा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 9, 2025
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिलशाद को पुरस्कार मिलने पर हार्दिक बधाई दी। उन्होंने लिखा, “माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार के अंतर्गत सहारनपुर के मोहम्मद दिलशाद जी को Wood Carving (Centre Table of Sheesham Wood) श्रेणी में ‘शिल्प गुरु पुरस्कार-2024’ से सम्मानित करने पर हार्दिक बधाई। अत्यंत सूक्ष्म नक्काशी से निर्मित अपनी कृति के माध्यम से आपने राज्य की बहुमूल्य हस्तशिल्प परंपरा को राष्ट्रीय पहचान दिलाने में अतुल्य योगदान दिया है। आपके उज्ज्वल भविष्य के लिए अनेक मंगलकामनाएं।”* मुख्यमंत्री ने इम्तियाज अहमद को भी बधाई दी।
सहारनपुर लंबे समय से लकड़ी की नक्काशी का अंतरराष्ट्रीय केंद्र माना जाता है। यहां के कारीगर पारंपरिक औजारों से लकड़ी पर बारीक डिज़ाइन बनाते हैं, जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेहद लोकप्रिय हैं। मोहम्मद दिलशाद की यह उपलब्धि एक बार फिर सहारनपुर की कला को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है।