संस्कृति मंत्रालय लॉन्च करेगा 'ज्ञान भारतम' मिशन, प्रधानमंत्री अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को करेंगे संबोधित

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 11-09-2025
Ministry of Culture to launch 'Gyan Bharatam' mission; PM to address international conference on handwritten heritage
Ministry of Culture to launch 'Gyan Bharatam' mission; PM to address international conference on handwritten heritage

 

नई दिल्ली

संस्कृति मंत्रालय भारत की हस्तलिखित (मैन्युस्क्रिप्ट) विरासत को संरक्षित, डिजिटाइज और विश्व में साझा करने के लिए एक ऐतिहासिक राष्ट्रीय पहल ‘ज्ञान भारतम’ की शुरुआत करेगा।

इस अवसर पर मंत्रालय, 11 से 13 सितंबर तक विज्ञान भवन, नई दिल्ली में ‘भारत के ज्ञान विरासत की पुनः प्राप्ति: हस्तलिखित धरोहर के माध्यम से’ विषय पर पहला ‘ज्ञान भारतम अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन’ आयोजित करेगा। सम्मेलन में देश-विदेश से 1,100 से अधिक विद्वान, विशेषज्ञ, संस्थान और सांस्कृतिक कार्यकर्ता भाग लेंगे। यह मंच भारत की हस्तलिखित धरोहर को संरक्षित, डिजिटाइज और साझा करने की दिशा में संवाद और सहयोग का अवसर प्रदान करेगा।

‘ज्ञान भारतम’ मिशन भारत की विशाल हस्तलिखित संपदा को संरक्षित और प्रसारित करने के लिए एक दूरदर्शी राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में शुरू किया जाएगा। यह न केवल देश की सभ्यता और ज्ञान परंपरा को सम्मान देगा, बल्कि प्रधानमंत्री के 2047 तक ‘विकसित भारत’ के विज़न में भारत को एक वैश्विक गुरु के रूप में स्थापित करने का कदम भी साबित होगा।

इस पहल के तहत manuscripts का सर्वेक्षण, पहचान और दस्तावेज़ीकरण, नाज़ुक ग्रंथों का संरक्षण और पुनर्स्थापन, एआई-संचालित बड़े पैमाने पर डिजिटाइजेशन, और एक राष्ट्रीय डिजिटल रिपॉजिटरी का निर्माण शामिल होगा। इसके अलावा शोध, अनुवाद, प्रकाशन, विद्वानों और संरक्षणकर्मियों के प्रशिक्षण, डिजिटल प्लेटफॉर्म का विकास और सार्वजनिक भागीदारी को भी बढ़ावा दिया जाएगा। वैश्विक साझेदारी और शिक्षा में हस्तलिखित ज्ञान के समावेश से भारत का वैश्विक ज्ञान आदान-प्रदान में योगदान और मजबूत होगा।

संस्कृति सचिव विवेक अग्रवाल ने बताया कि यह मिशन देशभर के पुस्तकालयों, धार्मिक संस्थानों और निजी संरक्षकों के सहयोग से कार्यान्वित होगा, ताकि manuscripts पीढ़ियों तक संरक्षित और सुलभ रहें।

अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में आठ कार्य समूहों के माध्यम से लिपि-पहचान, दस्तावेज़ीकरण, डिजिटाइजेशन, संरक्षण और कानूनी ढांचे जैसे विषयों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। अग्रवाल ने बताया कि तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के लिए ‘ज्ञान-सेतु AI इनोवेशन चैलेंज’ में पहले ही 40 से अधिक प्रविष्टियाँ मिली हैं, जिनमें से चयनित नवाचार सम्मेलन में प्रस्तुत किए जाएंगे।

प्रधानमंत्री 12 सितंबर को सम्मेलन में शामिल होंगे, कार्य समूहों की प्रस्तुतियाँ सुनेंगे और प्रतिभागियों को संबोधित करेंगे। 13 सितंबर को समापन सत्र की अध्यक्षता गृह मंत्री अमित शाह करेंगे।