नई दिल्ली-श्रीनगर
श्रीनगर के सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल सुपिन्दर कौर की गुरुवार को उनके सहयोगी शिक्षक दीपक चंद के साथ उनके स्कूल में ही हत्या कर दी गई थी. सुपिन्दर कौर एक दयालु महिला थीं, जो अपने आसपास दूसरों की मदद करने के कारण प्रतिष्ठावान थीं. उनकी करुणा का प्रसाद कई मुस्लिम बच्चों को मिला था.
सूत्रों के मुताबिक, सुपिन्दर कौर एक युवा मुस्लिम लड़की की मदद कर रही थीं, जिसने अपने पिता को खो दिया था और अपनी शिक्षा जारी रखना चाहती थी. सुपिन्दर कौर उसकी किताबों, वर्दी और उसकी शिक्षा के सभी खर्चों का भुगतान करती थीं.
इसके अलावा सतिंदर अपने स्कूल के चौकीदार को उसके महंगे और आवर्ती मेडिकल बिल का भुगतान करने में मदद कर रही थीं. चौकीदार गुर्दे की विफलता के अंतिम चरण से पीड़ित था और उसे दवा के रूप में नियमित डायलिसिस की आवश्यकता थी.
सुपिन्दर कौर और दीपक दीपक चंद मेहरा
दीपक चंद मेहरा का परिवार जम्मू में कश्मीर के विस्थापित लोगों के रूप में रहता था और आतंकवादियों द्वारा मारे जाने से आधे घंटे पहले अपनी पत्नी को फोन किया था.
उन्होंने अपनी पत्नी से कहा कि वह पहली नवरात्रि पर उपवास कर रहा है और पत्नी ने उन्हें फल खाने और पूरे दिन भूखे न रहने का निर्देश दिया था.
दीपक ने अपनी तीन साल की बेटी से भी कुछ मिनट पहले फोन पर बात की थी.
इस घटना की कश्मीर में पूरे समाज में कड़ी निंदा हुई है.