Major highways and roads closed for traffic due to heavy rain, snowfall in Jammu and Kashmir
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
जम्मू कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बारिश और हिमपात के कारण हुए कई भूस्खलनों के बाद मंगलवार को जम्मू-श्रीनगर और श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्गों के साथ ही मुगल रोड और सिंथन टॉप सड़क पर यातायात स्थगित कर दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यातायात विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 270 किलोमीटर लंबा जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग मंगलवार सुबह उधमपुर और बनिहाल के बीच कई स्थानों पर भूस्खलन और पत्थर गिरने के कारण वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया। यह कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला एकमात्र बारहमासी राजमार्ग है।
अधिकारी ने बताया कि सड़क को यथाशीघ्र वाहनों की आवाजाही के योग्य बनाने के लिए सड़क साफ करने वाली एजेंसियों को काम पर लगा दिया गया है। उन्होंने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि दोपहर तक जम्मू के नगरोटा में रुके वाहनों को आवाजाही की अनुमति दे दी जाएगी।
एक प्रवक्ता ने बताया कि 434 किलोमीटर लंबा श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ ही मुगल रोड और सिंथन सड़क भी बर्फ जमा होने के कारण बंद हैं। ये सड़कें कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच वैकल्पिक संपर्क प्रदान करती हैं।
उन्होंने कहा कि लोगों को सलाह दी जाती है कि जब तक सड़कों पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बहाल नहीं हो जातीं, तब तक यात्रा न करें।
अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित ज़ोजिला दर्रे में छह इंच बर्फबारी दर्ज की गई।
जम्मू में सीमावर्ती जिलों पुंछ और राजौरी को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले से जोड़ने वाली मुगल रोड पर स्थित पीर की गली और किश्तवाड़ जिले में सिंथन टॉप पर तीन से चार इंच बर्फबारी हुई।
जम्मू क्षेत्र के डोडा, रामबन, किश्तवाड़, कठुआ, राजौरी और पुंछ जिलों के ऊपरी इलाकों से भी हिमपात की खबरें मिली हैं।
मौसम विभाग ने बुधवार से मौसम में सुधार का अनुमान जताया है और अगले एक पखवाड़े तक बारिश या बर्फबारी की कोई संभावना नहीं है।
खराब मौसम के कारण रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित वैष्णो देवी मंदिर और किश्तवाड़ जिले में मचैल माता मंदिर की तीर्थयात्रा मंगलवार को तीसरे दिन भी स्थगित रही। दोनों तीर्थयात्राएं बुधवार को बहाल होंगी।