भोपाल. मध्य प्रदेश की राजनीति में एआईएमआईएम पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री हो गई है क्योंकि उनकी पार्टी ने राज्य के सात नगर निगमों में उम्मीदवार उतारे हैं. इन उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार करने भी ओवैसी मध्यप्रदेश पहुंच गए हैं.
राज्य की सियासत में अब तक सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच रहा है, बीच-बीच में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और आदिवासी वर्ग से जुड़े दलों ने मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने का काम किया है, फिलहाल राज्य की राजनीति मैं मुकाबला दो ही राजनीतिक दलों में है.
राज्य के नगरीय निकाय के चुनाव में ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. पार्टी ने 16 नगर निगमों में से सात नगर निगम में पार्षद पद के लिए अपने उम्मीदवारों को मुकाबले में उतारा है. जबलपुर और भोपाल के अलावा निमाड़ मालवा के पांच स्थानों को चुना गया है, इनमें इंदौर, खरगोन, बुरहानपुर, रतलाम और खंडवा शामिल है.ये वे सात स्थान है जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या दूसरे स्थानों के मुकाबले ज्यादा है, लिहाजा ओवैसी ने यहां नया दांव चला है.
ओवैसी चुनाव प्रचार करने भी पहुंच गए हैं और उन्होंने जबलपुर में खुले तौर पर अल्पसंख्यकों से एकजुट होने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा है कि अल्पसंख्यकों को सियासी ताकत बनना होगा, जब तक ऐसा नहीं होगा, तब तक उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं हो सकता.