नई दिल्ली
बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बाद शुक्रवार को लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
विपक्षी सदस्यों ने नारे लगाए, तख्तियां दिखाईं और उनमें से कुछ आसन के समक्ष भी आ गए। उन्होंने बिहार की मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का विरोध किया।
हंगामे के बावजूद, प्रश्नकाल के 23 मिनट के दौरान पाँच प्रश्न और अनुपूरक प्रश्न लिए गए।
अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि नारेबाजी लोकतांत्रिक परंपराओं के विरुद्ध है और उन्होंने प्रदर्शनकारी सदस्यों से अपनी सीटों पर वापस जाने का आग्रह किया।
प्रश्नकाल को महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने यह भी कहा कि हर दिन हो रहे व्यवधानों के लिए वे पूरी तरह से जिम्मेदार हैं।
विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा था, इसलिए अध्यक्ष ने कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
विपक्ष बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग द्वारा शुरू की गई एसआईआर प्रक्रिया पर चर्चा की मांग कर रहा है।
सदन ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपराज्यपाल सत्यपाल मलिक को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनका हाल ही में निधन हो गया।
सदन ने 1947 में अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन में महात्मा गांधी और अन्य लोगों के योगदान को भी याद किया।
भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ 9 अगस्त को है।