भारी बारिश के चलते किन्नौर कैलाश यात्रा स्थगित, 413 श्रद्धालुओं का रेस्क्यू; 617 सड़कें बंद

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 06-08-2025
Kinnaur Kailash Yatra postponed due to heavy rains, 413 devotees rescued; 617 roads closed
Kinnaur Kailash Yatra postponed due to heavy rains, 413 devotees rescued; 617 roads closed

 

शिमला

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण रास्तों को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे किन्नौर कैलाश यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। वहीं 413 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

बताया गया कि नदियों में तेज बहाव के चलते तंगलिप्पी और कांगरंग में दो अस्थायी पुल बह गए, जिससे श्रद्धालु मार्ग में फंस गए। सूचना मिलते ही आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुट गईं

भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने ‘एक्स’ पर बचाव अभियान के वीडियो साझा किए, जिनमें श्रद्धालुओं को जिपलाइन के जरिए नदी पार करते हुए देखा जा सकता है।

किन्नौर प्रशासन को जैसे ही इस स्थिति की आपात सूचना मिली, त्वरित कार्रवाई करते हुए बचाव दल भेजे गए। अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश के चलते यात्रा मार्ग पर भूस्खलन और फिसलन से तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को गंभीर खतरा हो गया है।

इसी को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन ने किन्नौर कैलाश यात्रा को अगले आदेश तक अस्थायी रूप से स्थगित करने का निर्णय लिया है।

वर्तमान में यात्रा मार्ग पर रुके तीर्थयात्रियों को मिलिंग खाटा और गुफा क्षेत्र में सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है, जहां उनकी सभी आवश्यक ज़रूरतों का ध्यान रखा जा रहा है।

बता दें, किन्नौर कैलाश को भगवान शिव का शीतकालीन निवास माना जाता है। यह यात्रा हर साल श्रद्धालुओं के लिए खुलती है और इस वर्ष यह 15 जुलाई से शुरू होकर 30 अगस्त तक चलने वाली थी।

पूरे प्रदेश में बारिश का कहर

राज्य के अन्य हिस्सों में भी भारी बारिश के कारण हालात बिगड़ गए हैं। चार राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 617 सड़कें बंद हो चुकी हैं, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

कई जिलों में स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्र बंद करने पड़े हैं। शिमला शहर के कुछ स्कूलों ने ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करने की घोषणा की है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों में सबसे ज्यादा बारिश कसौली (145 मिमी), धर्मपुर (122.8 मिमी), गोहर (120 मिमी), मलरांव (103.2 मिमी), बग्गी (95.9 मिमी), नगरोटा सूरियां (93.4 मिमी) और नैना देवी (86.4 मिमी) में दर्ज की गई है।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) के अनुसार 617 बंद सड़कों में 377 सड़कें मंडी जिले और 90 कुल्लू जिले में स्थित हैं।

भूस्खलन के कारण बंद किए गए प्रमुख मार्गों में चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-21), पुराना हिंदुस्तान-तिब्बत मार्ग (NH-5), मंडी-धर्मपुर (NH-3), और औट-सैंज मार्ग (NH-305) शामिल हैं।

हालांकि राहत की बात यह है कि सोलन जिले के कोटी के पास शिमला-कालका हाईवे को खोल दिया गया है।शिमला, मंडी, कुल्लू और सोलन जिलों के कई उपखंडों में शैक्षणिक संस्थानों को एहतियातन बंद रखा गया है।प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।