कोट्टायम (केरल)
केरल में एक युवा आईटी प्रोफेशनल की संदिग्ध आत्महत्या के बाद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) - दक्षिण केरल ने उन पर लगे यौन शोषण के आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें "शंकास्पद और निराधार" बताया है।
सोमवार को जारी एक आधिकारिक बयान में संघ ने इस मामले में एक स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग की और संघ के खिलाफ इंस्टाग्राम व सोशल मीडिया पर सामने आई कथित सुसाइड नोट में लगाए गए आरोपों को सिरे से नकारा।
RSS की ओर से जारी बयान में कहा गया,"कोट्टायम जिले के एलीक्कुलम के निवासी और हमारे स्वयंसेवक अनंदू अजी की असामान्य मृत्यु अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। कोट्टायम संघ इस आत्महत्या की परिस्थितियों और सोशल मीडिया पर वायरल हुए सुसाइड नोट की व्यापक जांच की मांग करता है।"
बयान में आगे कहा गया,"सुसाइड नोट में संघ पर लगाए गए आरोप संदिग्ध और आधारहीन हैं। कोट्टायम संघ ने जिला पुलिस को लिखित में याचिका देकर मांग की है कि इस मामले में निष्पक्ष और गहन जांच की जाए। हमें विश्वास है कि एक स्वतंत्र जांच न केवल आत्महत्या के असली कारणों को सामने लाएगी, बल्कि इस दुखद घटना में संघ की निष्कलंकता को भी स्पष्ट करेगी।"
संघ ने यह भी कहा कि अनंदू अजी का परिवार कई वर्षों से RSS से जुड़ा हुआ है।"अनंदू के पिता, स्वर्गीय श्री अजी संघ के कार्यकर्ता थे। इस दुखद घड़ी में संघ उनके परिवार के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है और ईश्वर से प्रार्थना करता है कि अनंदू की आत्मा को शांति मिले।"
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए केरल बीजेपी अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने भी कहा कि RSS इस प्रकरण की विस्तृत जांच की मांग कर रहा है, और उन्होंने इसे "संघ को बदनाम करने की साजिश" बताया।
राजीव चंद्रशेखर ने कहा,"RSS की राय है कि इस मामले के पीछे एक गहरी साजिश है। वह जल्द ही इस पर आधिकारिक बयान जारी करेगा। उन्होंने यह भी कहा है कि पीड़ित मानसिक रूप से ठीक नहीं था।"
यह मामला उस समय राजनीतिक विवाद का रूप ले गया जब कांग्रेस ने संघ पर आरोप लगाए, और आईटी प्रोफेशनल के सुसाइड नोट का हवाला दिया।कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को इस मामले में "यौन शोषण के आरोपों की पूरी जांच" की मांग की।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा:"अनंदू अजी ने अपने सुसाइड नोट में आरोप लगाया है कि उन्हें RSS के कई सदस्यों द्वारा बार-बार शोषण का शिकार बनाया गया। उन्होंने यह भी स्पष्ट रूप से कहा कि वह अकेले पीड़ित नहीं थे, और RSS कैंपों में व्यापक यौन शोषण हो रहा है। अगर ये आरोप सही हैं, तो यह बेहद भयावह है। देशभर में लाखों बच्चे और किशोर इन कैंपों में भाग लेते हैं। RSS नेतृत्व को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और इस मामले में पारदर्शिता बरतनी चाहिए।"
प्रियंका गांधी ने यह भी कहा,"लड़कों के यौन शोषण को भी उतनी ही गंभीरता से लेना चाहिए जितना कि लड़कियों के मामलों को। ऐसे जघन्य अपराधों पर चुप्पी का दायरा अब टूटना चाहिए।"मामले की जांच जारी है और पूरे देश में इसे लेकर बहस तेज़ हो गई है।