कानपुरः ईदगाह कब्रिस्तान में मिला सैकड़ों साल उम्र का सफेद हिमालयन गिद्ध

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 09-01-2023
कानपुरः ईदगाह कब्रिस्तान में मिला सैकड़ों साल उम्र का सफेद हिमालयन गिद्ध
कानपुरः ईदगाह कब्रिस्तान में मिला सैकड़ों साल उम्र का सफेद हिमालयन गिद्ध

 

राकेश चौरासिया / नई दिल्ली-कानपुर 

उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित ईदगाह कब्रिस्तान में एक ऐसी विलुप्त प्रजाति का गिद्ध मिल है, जिसकी उम्र सैकड़ों वर्ष बताई जा रही है. यह सफेद हिमालयन प्रजाति का गिद्ध बताया जा रहा है. उसके पंख चार-चार फुट लंबे हैं. गिद्ध पहले लोगों को मिला और उसे पुलिस ने अपने अधिकार में ले लिया है और चिड़ियाघर को सौंपा जाएगा.

एक तो नगरीकरण और जलाऊ और इमारती लकड़ी के कारण जंगल काटे जा रहे हैं, जिससे जीव-जगत की नैसर्गिक रिहाइश खत्म हो रही है. साथ ही देश में मानवों और पशुओं में रासायनिक खादों व एंटीबायोटिक्स के अधिकाधिक उपयोग का सबसे बुरा प्रभाव वन्य जीव-जंतुओं पर पड़ा है. ये एंटीबायोटिक्स और खाद मानवों और दुधारू पशुओं के माध्यम से पशु-पक्षियों तक भी पहुंच रही है. जिस कारण तीन-चार दशक पहले तक आमतौर पर पाए जाने वाली गोरैया और गिद्ध जैसे पक्षी यदा-कदा ही दिखते हैं. कई शोधों से पता चला है कि एंटीबायोटिक्स उपयोग के बाद मृत मांस का सेवन करने से गिद्धों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है और कई स्थानों पर गिद्धों के झुंड के झुंड मृत पाए गए हैं. गिद्धों के केस में एंटीबायोक्टिस के अलावा डाइक्लोफेनिक नाम की दवा सर्वाधिक घातक है, जो गिद्धों के गुर्दों को खराब कर देती है, जिससे उनके शरीर में भोजन-रस से रक्त बनने की प्रक्रिया प्रभावित हो जाती है और रक्त कम बनने या न बनने से उनकी मृत्यु हो जाती है.

सफेद हिमालयन प्रजाति का गिद्ध हिमालय की 12-13 हजार फुट की ऊंचाई पर पाया जाने वाला पक्षी है, जो अत्यधिक शीत ऋतु में मैदानी इलाकों की ओर आ जाता है. इसे विलुप्त श्रेणी में रखा गया है. इसकी आयु सैकड़ों वर्ष हो सकती है. यह अपने पंखों को नोचकर नवयोवन प्राप्त करता रहता है.

इसी प्रजाति का एक गिद्ध कानपुर के ईदगाह कब्रिस्तान में पाया गया है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हुआ है.

 

सबसे पहले ईदगाह में रहने वाले शफीक नाम के युवक ने इस गिद्ध को देखा. उसने लोगों को बताया. फिर पांच-छह लोगों ने चादर की मदद से उसे पकड़ा. पकड़ने के बाद उसके पैर बांध दिए गए. एक बहुत बड़ा गिद्ध पकड़े जाने की खबर जल्दी से इलाके में फैल गई और लोग गिद्ध को देखने पहुंचने लगे.

 

गिद्ध देखने से कमजोर दिखाई पड़ रहा है. संभवतः और रुग्णावस्था का शिकार हो. लोगों ने उसके पंखों को पकड़कर फैलाया, जो चार फुट तक लंबे हैं. उसके पंख आम गिद्धों की तरह ही काले हैं, लेकिन उसका सिर, पैर और पेट सफेद रंगों के बालों और छोटे पंखों से ढंका है. इसीलिए उसे सफेद हिमायलन गिद्ध कहा जाता है. उसकी उम्र सैकड़ों वर्ष बताई जा रही है. 

लोगों से पुलिस को भी गिद्ध मिलने की सूचना मिली, तो पुलिस ने उसे अपने अधिकार में ले लिया है. पुलिस जटायुराज को चिड़ियाघर प्रशाासन को सौंपेगी, जहां उसका डॉक्टरों द्वारा उपचार किया जाएग. लोगों ने पुलिस को यह भी बताया कि यह गिद्ध आमतौर पर जोड़े में रहता है. इसलिए उसके नर या मादा साथी की भी खोज की जा रही है.

लोग सोशल मीडिया पर गिद्ध को लेकर हैरानी जताते हुए कई प्रकार के कमेंट कर रहे हैंः