गुवाहाटी
असम सरकार ने गायक-संगीतकार जुबिन गर्ग की मौत मामले की जांच के लिए एक सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है। एक आधिकारिक आदेश में यह जानकारी साझा की गई।
राजनीतिक विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि गौहाटी उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सौमित्र सैकिया की अध्यक्षता वाला यह आयोग छह महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने शुक्रवार देर रात इस आदेश को 'एक्स' पर साझा किया।
आदेश के अनुसार, आयोग 19 सितंबर को सिंगापुर में हुई गर्ग की मौत की घटना से जुड़े ‘तथ्यों और परिस्थितियों’ की जांच करेगा।
इसमें कहा गया है कि एक सदस्यीय पैनल इस बात की भी जांच करेगा कि लोकप्रिय गायक की मौत किसी भी व्यक्ति, प्राधिकरण या संस्थान की ओर से कोई चूक, कार्य में अनदेखी या लापरवाही के कारण तो नहीं हुई।
इसके अतिरिक्त आयोग यह भी "पता लगाएगा कि क्या इस मौत के पीछे गड़बड़ी, षड्यंत्र की आशंका है...।’’
गर्ग की सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी। वह श्यामकानु महंत और उनकी कंपनी द्वारा आयोजित ‘नॉर्थईस्ट इंडिया फेस्टिवल’ के चौथे संस्करण में भाग लेने के लिए गए थे।
राज्य भर में महंत और गायक के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा, बैंड के सदस्यों शेखरज्योति गोस्वामी और अमृतप्रभा महंत सहित लगभग 10 अन्य लोगों के खिलाफ 60 से अधिक प्राथमिकी दर्ज होने के बाद असम सीआईडी वर्तमान में गर्ग की मौत मामले की जांच कर रही है।
इस मामले में उत्सव आयोजक, प्रबंधक और बैंड के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।