आवाज़ द वॉयस | गुवाहाटी
गायक जुबिन गर्ग की पत्नी गरिमा गर्ग ने उनके पति की हत्या के मामले में विशेष जांच दल (SIT) द्वारा दाख़िल आरोपपत्र का स्वागत किया है। एसआईटी ने इस मामले में चार लोगों को नामज़द करते हुए हत्या का आरोप लगाया है।
शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में गरिमा गर्ग ने कहा कि जांच दल की कार्रवाई जनता की उम्मीदों के अनुरूप रही है, जिसके लिए वह आभारी हैं। उन्होंने कहा,“अब पूरा मामला न्यायिक प्रक्रिया पर निर्भर करता है। हमें भरोसा है कि यह प्रक्रिया निष्पक्ष और तेज़ी से आगे बढ़ेगी। देश की न्यायपालिका पर हमारा पूरा विश्वास है और हम चाहते हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द सज़ा मिले।”
गरिमा गर्ग ने यह भी बताया कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने संकेत दिया है कि इस मामले में त्वरित अदालत (फास्ट ट्रैक कोर्ट) के गठन के लिए मुख्य न्यायाधीश से अनुरोध किया जाएगा, ताकि सुनवाई में अनावश्यक देरी न हो।
एसआईटी ने अपनी जांच में गायक जुबिन गर्ग के सचिव सिद्धार्थ शर्मा और एक फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत समेत चार लोगों के खिलाफ हत्या का आरोप लगाया है। इसके अलावा, जुबिन के बैंड से जुड़े शेखर ज्योति गोस्वामी और अमृतप्रवा महंत को भी इस मामले में आरोपी बनाया गया है।
श्यामकानु महंत उस ‘नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल’ के मुख्य आयोजक थे, जिसके सिलसिले में जुबिन गर्ग सिंगापुर गए थे। वहीं, 19 सितंबर को उनकी रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी, जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया।
इसके अलावा, जुबिन गर्ग के दो निजी सुरक्षा अधिकारियों (PSO) नंनदेश्वर बोरा और प्रबीन वैश्य पर भी आपराधिक साज़िश और आपराधिक विश्वासघात के आरोप लगाए गए हैं।एसआईटी द्वारा आरोपपत्र दाख़िल किए जाने के बाद अब इस हाई-प्रोफाइल मामले में न्यायिक प्रक्रिया के अगले चरण पर सबकी निगाहें टिकी हैं।