नई दिल्ली
विदेश मंत्री एस. जयशंकर 23 दिसंबर को प्रधानमंत्री के विशेष दूत के रूप में श्रीलंका का दौरा करेंगे। इस दौरान वे श्रीलंका के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय (MEA) ने सोमवार को यह जानकारी दी।
एमईए के अनुसार, यह दौरा भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी’ को रेखांकित करता है और श्रीलंका में चक्रवात ‘दितवाह’ से हुई तबाही के बाद शुरू किए गए ऑपरेशन सागर बंधु के तहत चल रहे राहत प्रयासों की पृष्ठभूमि में हो रहा है। जयशंकर की यह यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में अहम मानी जा रही है।
भारत ने चक्रवात दितवाह के बाद श्रीलंका को व्यापक मानवीय सहायता प्रदान की है। ऑपरेशन सागर बंधु के तहत, कैंडी स्थित भारतीय सहायक उच्चायोग ने पिछले सप्ताह बदुल्ला जिले के डिकवेला एस्टेट में चक्रवात से प्रभावित 86 परिवारों को सूखा राशन वितरित किया।
इसके अलावा, भारतीय सेना के 60 पैराशूट फील्ड हॉस्पिटल द्वारा दी गई आपदा राहत चिकित्सा सेवाओं को 14 दिसंबर 2025 को पनागोडा आर्मी कैंटोनमेंट में औपचारिक रूप से सम्मानित किया गया। 85 सदस्यीय भारतीय सैन्य चिकित्सा दल ने 2 से 12 दिसंबर के बीच श्रीलंका के उवा प्रांत के महियांगनाया क्षेत्र में 7,000 से अधिक प्रभावित नागरिकों को चिकित्सा, शल्य और दंत सेवाएं प्रदान कीं।