Is it right to play a match with Pakistan after the Pahalgam attack: Aditya Thackeray
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने सुरक्षा मुद्दे पर सरकार की आलोचना करते हुए शुक्रवार को सवाल उठाया कि क्या पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर आगामी एशिया कप टूर्नामेंट में भारत का पाकिस्तान के साथ क्रिकेट और हॉकी मैच खेलना उचित है.
यहां राज्य विधान भवन परिसर में पत्रकारों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित कई प्रश्न अब भी अनुत्तरित हैं. ठाकरे ने कहा, ‘‘क्या पाकिस्तान के साथ मैच खेलना सही है, जब वह देश हमारे खिलाफ आतंकवाद को प्रायोजित कर रहा है? क्या भारतीय टीम को एशिया कप क्रिकेट और हॉकी टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ खेलना चाहिए? हम भाजपा और केंद्र सरकार से स्पष्ट जवाब चाहते हैं.’’ शिवसेना (उबाठा) के विधायक के अनुसार, ऐसा लगता है कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार अगस्त के आखिरी सप्ताह से शुरू होने वाले एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट के जरिये माहौल का परीक्षण करना चाहती है. भारत मेजबान देश है और मैच बिहार में खेले जाएंगे। यह एशिया कप के दौरान संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में संभावित क्रिकेट मैच के लिए मंच तैयार कर रही है.
उन्होंने पूछा, ‘‘यदि बीसीसीआई भारतीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान के खिलाफ खेलने की अनुमति देती है, तो क्या भाजपा इसे राष्ट्रविरोधी करार देगी, जैसा कि वह अन्य के साथ करती है?’’ एशिया कप टी-20 का आयोजन सितंबर में होने की उम्मीद है, जबकि एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट 27 अगस्त से बिहार में शुरू होने वाला है. ठाकरे ने पहलगाम आतंकवादी हमले पर केंद्र की प्रतिक्रिया और राष्ट्रीय सुरक्षा से निपटने के तरीके पर भी असंतोष व्यक्त किया.
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री ने कहा, ‘‘सबसे पहले पुलिस ने आरोपियों का एक स्केच जारी किया जिसे बाद में एनआईए ने फर्जी करार दिया. ऑपरेशन सिंदूर के बाद कई देशों में सरकारी प्रतिनिधिमंडल भेजे गए जैसे कि कुछ हुआ ही न हो. क्या राष्ट्रीय सुरक्षा इसी तरह से सुरक्षित रखी जाती है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब भी कई अनुत्तरित प्रश्न हैं। हम प्रतिक्रिया के रूप में चुप्पी स्वीकार नहीं करेंगे.’’ ठाकरे ने देश की कूटनीतिक पहुंच के मुद्दे पर भी चिंता जताई.
उन्होंने सवाल किया, ‘‘भारत की बार-बार आपत्तियों के बावजूद पाकिस्तान को विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक जैसी संस्थाओं से वित्तीय सहायता मिल रही है. अब तो उसने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता भी संभाल ली है। विदेश मंत्रालय को अपनी पहुंच से क्या हासिल हुआ है?’’ क्रिकेट संबंधों को लेकर ठाकरे ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष जय शाह पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘यदि बीसीसीआई पाकिस्तान के साथ खेलने का विरोध करने का निर्णय भी ले लेती है, तो क्या जय शाह के नेतृत्व में आईसीसी वास्तव में उनकी बात सुनेगी?’’