न्यूयॉर्क (अमेरिका)
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और डिजिटल तकनीकें हमारे जीवन के हर पहलू को बदल रही हैं, जिसमें पुलिसिंग भी शामिल है। यह बयान उन्होंने हर साल 7 सितंबर को मनाए जाने वाले तीसरे अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग दिवस के अवसर पर दिया।
गुटेरेस ने कहा, “हम दोहराते हैं कि तकनीक का उद्देश्य हमेशा सार्वजनिक भला होना चाहिए। डिजिटल उपकरण, जिनमें AI शामिल है, जांच को सुदृढ़ करने, न्याय तक पहुंच बढ़ाने, और अपराध व आतंकवाद को रोकने में मदद करने की शक्तिशाली क्षमता रखते हैं। इन्हें जिम्मेदारी के साथ इस्तेमाल किया जाए तो यह पुलिस संस्थाओं की कार्यक्षमता, पारदर्शिता और जवाबदेही को मजबूत कर सकते हैं।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आधुनिककरण को मूल्यों पर आधारित होना चाहिए। इन उपकरणों का उपयोग इस प्रकार होना चाहिए कि वे मानवाधिकारों का सम्मान करें, पक्षपात को कम करें और अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करें।
गुटेरेस ने कहा, “महत्वपूर्ण निर्णयों में तकनीक कभी मानव निर्णय की जगह नहीं ले सकती, न ही प्रशिक्षित, पेशेवर और नैतिक पुलिस अधिकारियों की भूमिका को कम कर सकती है। पुलिस द्वारा प्रतिदिन लिए जाने वाले जीवन-परिवर्तनकारी निर्णयों में मानवता को केंद्र में रखा जाना चाहिए।”
उन्होंने निष्कर्ष में कहा, “सहयोग के माध्यम से, आइए नवाचार का उपयोग करके भरोसा दोबारा बनाएं, सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा दें, और सभी के लिए सुरक्षा और न्याय का भविष्य सुनिश्चित करें।”