ओवैसी व मदनी ने दंगे भड़काए: जमात-ए-उलेमा हिंद

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 12-06-2022
ओवैसी व मदनी ने दंगे भड़काए: जमात-ए-उलेमा हिंद
ओवैसी व मदनी ने दंगे भड़काए: जमात-ए-उलेमा हिंद

 

नई दिल्ली. पैगंबर मुहम्मद पर नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी के खिलाफ जुमे की नमाज के बाद हुई विभिन्न इलाकों में हिंसा पर जमात-ए-उलेमा हिंद ने असदुद्दीन ओवैसी और मौलाना मदनी पर हमले कराने का आरोप लगाते हुए कहा कि "वे मासूम बच्चों को आगे बढ़ाकर खुद घर में घुस गए. मुसलमान के नाम पर मलाई खाएं ये और लाठियां और गोलियां खाएं मासूम." उलेमा हिंद के अध्यक्ष सुहैब कासमी ने रविवार को मीडिया के सामने इस पूरे मसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "देश में किसी भी तरह की हिंसा को जायज नहीं ठहराया जा सकता है. हम हिंसा और महमूद मदनी, अरशद मदनी ओवैसी आदि लोगों के खिलाफ फतवा लाएंगे. इस फतवे पर देश के एक हजार मौलाना दस्तखत भी करेंगे."

"हाल के दिनों में जो हालात पैदा हुए है उस पर गमजदा हैं. बीजेपी ने पार्टी की अपनी प्रवक्ता को निकाल दिया और उन पर कई राज्यों में मुकदमा भी दर्ज हुआ है. वहीं कानून अपना काम कर रही है. अचानक 15 दिन बाद शुक्रवार के दिन एक साथ प्रदर्शन शुरू हो गए. ये कोई बड़ी साजिश की तहत इशारा कर रहे हैं."

संगठन की ओर से यह भी साफ कर दिया गया, "हमें उन उलेमा को साथ लेना होगा, जो देश का विकास चाहते हैं. हम राष्ट्रीय मुद्दों पर देश के साथ रहेंगे. हमारा देश सविंधान से चलने वाला है. कानून काम कर रहा है. हम किसी हिंसा के पक्ष में नहीं हैं. बुलडोजर उन पर चलना चाहिए जो बयान देकर छुप गए हैं."

नूपुर शर्मा को क्या माफी मांगनी चाहिए और उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए, इस पर कासमी ने कहा, "उनको उनके बयान के बाद सजा मिली है, बीजेपी ने उन्हें बर्खास्त किया, हमें खुशी है. जहां तक कानूनी सजा का सवाल है, कानून अपना काम कर रहा है. उन्हें अपना काम करने देना चाहिए और नूपुर शर्मा को माफ कर देना चाहिए."

"देश के ज्यादातर मुस्लिम संगठन केवल 20 करोड़ मुसलमानों की बात करते हैं, 135 करोड़ भारतीयों की बात नहीं करते. अहिंसा हमारी पहचान है. हम सरकार से जांच की मांग करेंगे कि कैसे विदेशी लोगों के साथ मिलकर ये साजिश रचते हैं."

दरअसल, उत्तर प्रदेश पुलिस हिंसा में शामिल लोगों को गिरफ्तार व उन पर कार्रवाई करने में जुटी हुई है. प्रदेश में पुलिस ने अब तक 300 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें प्रयागराज से 91, हाथरस से 51, सहारनपुर से 71, मुरादाबाद से 34, फिरोजाबाद से 15, अलीगढ़ से छह, अंबेडकरनगर से 34 और जालौन से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

इन सभी के खिलाफ पथराव, माहौल बिगाड़ने तथा लोगों को भड़काने में लिप्त होने का आरोप है. बवाल करने वालों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई लगातार चल रही है. फिलहाल इन सभी जिलों के हिंसा वाले इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था सामान्य है और हालात काबू में हैं.