नई दिल्ली. 1999 में इंडियन प्लेन हाईजैक करने वाले पांच आतंकवादियों में से एक जहूर मिस्त्री उर्फ जाहिद अखुंद 1 मार्च को कराची शहर में मारा गया.
टीवी9 की एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के कई खुफिया स्रोतों से पता चला है कि मिस्त्री पिछले कई सालों से जाहिद अखुंद की नई पहचान के तहत कराची में रह रहा था. अखुंद क्रिसेंट फर्नीचर का मालिक था, जो कराची में अख्तर कॉलोनी के अंदर रहता था.
खुफिया सूत्रों ने बताया कि रऊफ असगर सहित जैश-ए-मोहम्मद का शीर्ष नेतृत्व कराची में अखुंद के अंतिम संस्कार में शामिल हुआ था. असगर जैश का ऑपरेशनल चीफ और जैश सरगना मसूद अजहर का भाई है.
जियो टीवी ने मौत की पुष्टि की है और कराची में एक ‘व्यापारी’ की हत्या की सूचना दी है, जबकि उसके बारे में कोई विवरण या अपराध का उल्लेख नहीं किया है.
जियो टीवी द्वारा साझा की गई हत्या के सीसीटीवी फुटेज से संकेत मिलता है कि हत्या की योजना बनाई गई थी. सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि अख्तर कॉलोनी की सड़कों पर दो हथियारबंद मोटरसाइकिल सवार घूम रहे थे. आरोपी इलाके की रेकी करने के बाद फर्नीचर के गोदाम में घुस गऐ. इसके बाद उन्होंने व्यापारी को निशाना बनाया.
एक पाकिस्तानी न्यूज नेटवर्क के एक निर्माता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ‘हमारे पास हत्या के बारे में पुष्टि है, लेकिन किसी अजीब कारण से मामले के बारे में रिपोर्ट नहीं करने के लिए कहा गया है.’’
इंडियन एयरलाइंस के आईसी-814 विमान का 24 दिसंबर, 1999 को नेपाल से 5 अपहर्ताओं द्वारा अपहरण कर लिया गया था. अफगानिस्तान के कंधार में एक रणनीतिक पड़ाव बनाने से पहले विमान ने अमृतसर, लाहौर और दुबई की लंबी कठिन यात्रा की, जो तब तालिबान के नियंत्रण में था.
बंधक संकट एक सप्ताह तक जारी रहा, जिसके बाद नई दिल्ली को खूंखार इस्लामी आतंकवादियों मसूद अजहर, अहमद ओमर सईद शेख और मुश्ताक अहमद जरगर को रिहा करने के लिए मजबूर होना पड़ा. अपहर्ताओं द्वारा एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई, जबकि अन्य 170 यात्री और चालक दल बच गए थे.