गुरुग्राम (हरियाणा)
भारतीय गोल्फर गगनजीत भुल्लर ने महान मैराथन धावक फौजा सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्हें ‘पगड़ीधारी तूफान’ के नाम से जाना जाता था। 114 वर्ष की उम्र में हुए एक दुखद सड़क हादसे में फौजा सिंह का निधन हो गया।
जानकारी के अनुसार, फौजा सिंह बीआस गांव के निवासी थे और सोमवार को दोपहर के बाद नियमित सैर पर निकले थे। जब वह हाईवे की ओर अकेले चल रहे थे, तभी एक अज्ञात सफेद वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। उन्हें तुरंत श्रीमान अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान शाम 7 बजे उनकी मौत हो गई।
भुल्लर, जिन्होंने फौजा सिंह के साथ कई यादें साझा की हैं, का मानना है कि 114 वर्षीय फौजा, जिन्हें विश्व के सबसे उम्रदराज मैराथन धावक के रूप में जाना जाता है, ने पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया और कई लोगों के लिए मार्ग प्रशस्त किया।
भुल्लर ने ANI से कहा, "हम परिवारिक दोस्त थे और मेरे पास फौजा अंकल के साथ कई यादें हैं। जो हुआ वह बहुत दुखद है, लेकिन उन्होंने निश्चित रूप से रास्ता दिखाया है। उन्होंने युवाओं और रिटायर्ड लोगों को भी प्रेरित किया।"
उन्होंने कहा, "किसी ने सोचा भी नहीं था कि 65-70 वर्ष की उम्र के बाद मैराथन दौड़ना संभव है। उन्होंने एक सकारात्मक और स्वस्थ जीवनशैली दिखाई, और लोग उन्हें आने वाले वर्षों तक याद रखेंगे।"
भुल्लर ने पिछले साल पेरिस ओलंपिक्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया था और 45वें स्थान पर रहे थे। तीन साल बाद होने वाले लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक्स में भाग लेने को लेकर वह प्रेरित हैं।
उन्होंने कहा, "यह मेरे दिमाग में सबसे ऊपर है। पिछले साल इसी समय मैं पेरिस में था, देश का प्रतिनिधित्व करते हुए। यह गर्व की बात है।"
भुल्लर ने आगे कहा, "जब मैं वापस आया, तो मैंने अपने परिवार और टीम से प्रेरणादायक बातचीत की। मैं पूरी मेहनत करूंगा कि अगले ओलंपिक्स का हिस्सा बन सकूं। मैं 100 प्रतिशत से भी ज्यादा, 120 प्रतिशत देने को तैयार हूं।"
उन्होंने भारत के पहले प्रोफेशनल गोल्फ लीग टूर, इंडियन गोल्फ प्रीमियर लीग (IGPL) के प्रति भी आशावाद व्यक्त किया, जिसमें पुरुष और महिलाएं एक ही मंच पर फ्रैंचाइजी टीमों और क्षेत्रीय सर्किट्स में मुकाबला करेंगी।
भुल्लर ने कहा, "जब मुझे किसी टीम का कप्तान बनने का मौका मिला, तो मैं बहुत उत्साहित हुआ। गोल्फ एक व्यक्तिगत खेल है, लेकिन अब टीम के रूप में खेलने का मौका मिलेगा, जिससे खिलाड़ियों में दोस्ती बढ़ेगी।"
उन्होंने कहा, "यह लीग भारतीय गोल्फ के माहौल को बदल देगी। पिछले दशक में यह कमी महसूस हुई है। अब चीजें सही दिशा में हैं, और अगली पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी।"
37 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि IGPL युवाओं के लिए लाभकारी होगी क्योंकि उन्हें पेशेवरों के साथ खेलने और उनसे सीखने का अवसर मिलेगा।
भुल्लर ने कहा, "युवा खिलाड़ियों के लिए सबसे अच्छी बात मेंटरशिप प्रोग्राम है। जब मैं बड़ा हो रहा था, तब मुझे प्रो खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका नहीं मिला। अब जो युवा हमारे साथ होंगे, उन्हें व्यक्तिगत तौर पर सीखने का मौका मिलेगा।"
उन्होंने आगे कहा, "जो अनुभव मैंने वर्षों में हासिल किया है, मैं उसे युवाओं तक पहुंचाना चाहता हूं ताकि वे आगे जाकर हमारा नाम और भी बड़ा कर सकें।"