भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पर ऑपरेशन में शहीद हुए जेसीओ सूबेदार कुलदीप चंद की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 12-04-2025
Indian Army condoles death of JCO Subedar Kuldeep Chand killed in LoC operation
Indian Army condoles death of JCO Subedar Kuldeep Chand killed in LoC operation

 

जम्मू और कश्मीर

भारतीय सेना के जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) सुबेदार कुलदीप चंद ने शुक्रवार रात सुंदरबनी के केरी-बटल इलाके में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर एक घुसपैठ विरोधी अभियान का नेतृत्व करते हुए अपनी जान दे दी.
 
एक्स पर एक पोस्ट में, भारतीय सेना के व्हाइट नाइट कोर ने शहीद सैनिक को श्रद्धांजलि दी.
 
"जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी), व्हाइट नाइट कोर और सभी रैंक 9 पंजाब के बहादुर सुबेदार कुलदीप चंद के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं. उन्होंने 11 अप्रैल 2025 की रात को सुंदरबनी के केरी-बटल इलाके में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर एक घुसपैठ विरोधी अभियान का बहादुरी से नेतृत्व करते हुए अपनी जान दे दी," पोस्ट में लिखा है.
 
 कोर ने कहा, "उनकी टीम की वीरता और सब-इंस्पेक्टर कुलदीप के बलिदान ने आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया. हम इस दुख की घड़ी में शोकाकुल परिवार के साथ खड़े हैं." इस बीच, व्हाइट नाइट कोर ने पहले पुष्टि की कि किश्तवाड़ में चल रहे ऑपरेशन छत्रू में दो और पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया गया. सेना के सूत्रों के अनुसार, पिछले चार दिनों से यह ऑपरेशन चल रहा है और अब तक कुल तीन आतंकवादी मारे गए हैं. इससे पहले मंगलवार को सुरक्षा बलों ने कठुआ के पंजतीर्थी इलाके में एक दिन पहले आतंकवादियों के साथ गोलीबारी के बाद तलाशी और घेराबंदी अभियान तेज कर दिया था. सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के नेतृत्व में एक संयुक्त अभियान में खुफिया सूचनाओं के आधार पर क्षेत्र में कई निगरानी उपाय और घात लगाए गए थे. संभावित खतरों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान जारी रहने के कारण अधिकारियों ने पूरे क्षेत्र को हाई अलर्ट पर रखा है. कठुआ क्षेत्र में 'सफ़ियान' नामक एक अलग आतंकवाद विरोधी अभियान में जम्मू-कश्मीर पुलिस के चार जवान शहीद हो गए, जबकि दो आतंकवादी मारे गए. सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल से युद्ध जैसे सामान बरामद किए. यह अभियान 23 मार्च को शुरू हुआ था, जब स्थानीय लोगों ने सान्याल में संदिग्ध पाकिस्तानी घुसपैठियों को देखे जाने की सूचना दी थी.