गुवाहाटी (असम)
भारतीय सेना ने, सेना भर्ती कार्यालय, नारंगी के तत्वावधान में, बुधवार को सभी पूर्वोत्तर राज्यों के लिए महिला सैन्य पुलिस और केंद्रीय श्रेणी भर्ती रैली के पहले दिन की शुरुआत अत्यंत ऊर्जा, अनुशासन और सेवा की प्रबल भावना के साथ की। नारंगी कैंट में 10 से 13 सितंबर 2025 तक आयोजित इस रैली में सात पूर्वोत्तर राज्यों से उत्साही महिला उम्मीदवारों की शानदार उपस्थिति देखी गई।
इस पहल का उद्देश्य भारतीय सशस्त्र बलों में लैंगिक समावेशिता को बढ़ावा देना है, जिससे युवा महिलाओं को सैन्य पुलिस कोर में सैनिक (सामान्य ड्यूटी) के रूप में सेवा करने का अवसर मिल सके। सेना ने कहा कि यह रैली राष्ट्रीय रक्षा में सार्थक भागीदारी के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उद्घाटन दिवस पर शारीरिक दक्षता परीक्षा (पीएफटी) आयोजित की गई, जिसमें 1.6 किलोमीटर की दौड़, लंबी कूद और ऊँची कूद शामिल थी।
इच्छुक उम्मीदवारों ने चुनौतीपूर्ण परीक्षणों को सफलतापूर्वक पूरा करने में उल्लेखनीय सहनशक्ति, दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, उप महानिदेशक भर्ती (पूर्वोत्तर राज्य) ब्रिगेडियर राजीव कुमार ने कहा:
"इन युवा महिलाओं द्वारा प्रदर्शित उत्साह और साहस सराहनीय है। सेना को बढ़ती संख्या में महिलाओं के लिए अपने रैंक खोलने पर गर्व है, और यह रैली समान अवसर, अनुशासन और राष्ट्रीय सेवा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।"
यह रैली पारदर्शिता, निष्पक्षता और सुरक्षा प्रोटोकॉल के उच्चतम मानकों के साथ आयोजित की जा रही है। अगले कुछ दिनों में, केंद्रीय श्रेणी के उम्मीदवार भी इसमें भाग लेंगे और उनके दस्तावेज़ सत्यापन और चिकित्सा मूल्यांकन किया जाएगा।
सेना ने कहा कि यह भर्ती रैली विविधता, समानता और सक्षम एवं देशभक्त महिलाओं के साथ भारतीय सेना के मानव संसाधन आधार को मज़बूत करने की दिशा में एक साहसिक कदम का प्रतीक है।
इसके अतिरिक्त, देशभक्ति के एक शानदार प्रदर्शन में, मेजर जनरल सुरेश भांभू, वाईएसएम, एसएम, महानिरीक्षक असम राइफल्स (पूर्व) ने बुधवार को मुख्यालय आईजीएआर पूर्व, श्रीकोना में मेजर जनरल आशिम कोहली, एसएम (सेवानिवृत्त), सीईओ, फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया की उपस्थिति में 72 फीट ऊँचा स्मारकीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया।