नई दिल्ली. अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा है कि भारत द्वारा जी20 प्रेसिडेंसी का अधिग्रहण एक ऐसे इंटरनेट को आगे बढ़ाकर वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर आम सहमति बनाने का एक अद्भुत अवसर होगा जो खुला, कनेक्टेड, सुरक्षित और सभी के लिए काम करता है. सैन फ्रांसिस्को में अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू से भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण प्राप्त करने वाले पिचाई ने कहा कि इस तरह से सम्मानित किया जाना अविश्वसनीय रूप से सार्थक है 'जिस देश ने मुझे आकार दिया है.'
पिचाई ने शुक्रवार देर रात एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, "भारत मेरा एक हिस्सा है. मैं जहां भी जाता हूं इसे अपने साथ ले जाता हूं. मैं सौभाग्यशाली था कि मैं एक ऐसे परिवार में पला-बढ़ा, जिसने सीखने और ज्ञान को संजोया, जिन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए बहुत त्याग किया कि मुझे अपनी रुचियों का पता लगाने के अवसर मिले."
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'डिजिटल इंडिया' ²ष्टि निश्चित रूप से एक उत्प्रेरक रही है. उन्होंने कहा, "और मुझे गर्व है कि गूगल ने दो परिवर्तनकारी दशकों में सरकारों, व्यवसायों और समुदायों के साथ साझेदारी करते हुए भारत में निवेश करना जारी रखा है."
गूगल ने हाल ही में भारत के डिजिटल भविष्य में 10 अरब डॉलर का निवेश करने, अधिक किफायती इंटरनेट एक्सेस को सक्षम करने, भारत की अनूठी जरूरतों के लिए उत्पादों के निर्माण, उनके डिजिटल परिवर्तन में सभी आकारों के व्यवसायों की मदद करने और बड़ी सामाजिक चुनौतियों से निपटने के लिए एआई का उपयोग करने की घोषणा की.
पिचाई ने कहा, "हम डिजिटल स्किलिंग में भी गहराई से निवेश कर रहे हैं और अपने वुमेनविल एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम के माध्यम से 1 मिलियन से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित कर चुके हैं और 55,000 से अधिक शिक्षकों को सरकार और स्थानीय संगठनों के साथ साझेदारी में प्रशिक्षित कर चुके हैं." पिचाई ने कहा, "इस साल की शुरुआत में, हमने मशीन लर्निग में एक नई प्रगति का उपयोग करके गूगल ट्रांस्लेट में 24 नई भाषाएं जोड़ीं. उनमें से आठ भारत की मूल भाषाएं हैं."