बांग्लादेश में लोकतंत्र की स्थापना में भारत ने योगदान दियाः राजनाथ सिंह

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 12-12-2021
राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह

 

नई दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि भारत ने बांग्लादेश में लोकतंत्र की स्थापना में योगदान दिया है और पिछले 50 वर्षों में, बांग्लादेश विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ा है, जो बाकी दुनिया के लिए एक प्रेरणा है.

1971 के युद्ध और भारत-बांग्लादेश मित्रता में भारत की ऐतिहासिक जीत के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आज इंडिया गेट पर स्वर्णिम विजय पर्व समारोह को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, ‘भारत ने बांग्लादेश में लोकतंत्र की स्थापना में योगदान दिया है और आज हम बहुत खुश हैं कि पिछले 50 वर्षों में बांग्लादेश विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ा है, जो शेष विश्व के लिए प्रेरणा है. आज हम सब यहां इंडिया गेट पर 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के ‘स्वर्णिम विजय वर्ष’ के तहत आयोजित ‘विजय पर्व’ मनाने के लिए एकत्र हुए हैं. यह त्योहार भारतीय सेनाओं की शानदार जीत का जश्न मनाता है, जिसने दक्षिण एशिया का भूगोल और इतिहास दोनों को बदल दिया.’

उन्होंने कहा, ‘इस कार्यक्रम को भव्य रूप में आयोजित करने का निर्णय लिया गया, लेकिन देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के असामयिक निधन के बाद इसे सादगी से मनाने का निर्णय लिया गया है. इस अवसर पर मैं उन्हें भी याद कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.’

उन्होंने कहा, ‘इस दिन, मैं भारतीय सेना के हर सैनिक की बहादुरी, वीरता और बलिदान को नमन करता हूं, जिसके कारण भारत ने 1971 की जंग जीती. यह देश उन सभी वीरों के बलिदान का हमेशा ऋणी रहेगा.’

उन्होंने कहा, ‘कभी-कभी मुझे आश्चर्य होता है, हमारी बंगाली बहनों और भाइयों का उनके अधिकारों की मांग के लिए क्या दोष था? उनकी कला, संस्कृति और भाषा को संरक्षित करने की मांग? राजनीति और शासन में उनके उचित प्रतिनिधित्व के बारे में बात करने के लिए?’

उन्होंने कहा, ‘हमारी बंगाली बहनों और भाइयों पर अन्याय और अत्याचार किसी न किसी रूप में पूरी मानवता के लिए खतरा थे. ऐसे में, यह हमारा राजधर्म, राष्ट्रधर्म और सैन्य धर्म था जिसने तत्कालीन ‘पूर्वी पाकिस्तान’ के लोगों को उस अन्याय और शोषण से आजाद कराने में मदद की.’

रक्षा मंत्री ने कहा, ‘यह युद्ध हमारी नैतिकता, हमारी लोकतांत्रिक परंपराओं और न्यायपूर्ण व्यवहार का एक उत्कृष्ट उदाहरण है. इतिहास में यह शायद ही कभी देखा जाएगा कि युद्ध में दूसरे देश को हराने के बाद, हमारे जैसे देश ने उस पर अपना प्रभुत्व व्यक्त नहीं किया, बल्कि अपने राजनीतिक प्रतिनिधि को शक्ति उसे सौंप दिया.’

1971 के युद्ध में भारत की ऐतिहासिक जीत और भारत-बांग्लादेश दोस्ती के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 12 दिसंबर से 13 दिसंबर, 2021 तक इंडिया गेट, नई दिल्ली में ‘स्वर्णिम विजय पर्व’ मनाया जा रहा है. कार्यक्रम का उद्घाटन आज राजनाथ सिंह ने किया. 1971 के युद्ध के दौरान उपयोग किए गए प्रमुख हथियारों और उपकरणों को प्रमुख लड़ाइयों के अंशों के साथ प्रदर्शित किया गया है.

समापन समारोह 13 दिसंबर 2021 को होगा, जिसमें राजनाथ सिंह शामिल होंगे. बांग्लादेश सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहेंगे.