मनीला
भारत और फिलीपीन ने पहली बार विवादित दक्षिण चीन सागर में संयुक्त नौसैनिक अभ्यास किया है, जिससे चीन असहज हो गया है। यह अभ्यास रविवार से शुरू होकर सोमवार तक दो दिनों तक चला और इसे सफलतापूर्वक संपन्न घोषित किया गया है।
फिलीपीन के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ, जनरल रोमियो ब्राउनर ने बताया कि यह युद्धाभ्यास सहयोग और आपसी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि आने वाले समय में फिलीपीन की सेनाएं भारत के साथ और भी संयुक्त अभ्यास करेंगी।
जब उनसे पूछा गया कि क्या इस अभ्यास के दौरान चीन की सेना की कोई प्रतिक्रिया सामने आई, तो उन्होंने संक्षेप में कहा, "कोई अप्रिय घटना नहीं हुई, लेकिन हम पर नजर रखी जा रही थी, जिसकी हमें पहले से उम्मीद थी।"
फिलीपीन की नौसेना ने जानकारी दी कि अभ्यास के दौरान, उनके दो नौसैनिक फ्रिगेट में से एक ने लगभग 25 समुद्री मील की दूरी पर चीनी नौसेना के दो जहाजों, जिनमें एक निर्देशित मिसाइल विध्वंसक भी शामिल था, की उपस्थिति दर्ज की।
इस बीच, चीनी सेना की दक्षिणी थियेटर कमान ने बयान जारी कर कहा कि उन्होंने रविवार और सोमवार को दक्षिण चीन सागर में नियमित गश्त की है और वह चीन के क्षेत्रीय और समुद्री अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।
चीन के विदेश मंत्रालय ने भारत-फिलीपीन अभ्यास पर अप्रत्यक्ष प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि क्षेत्रीय विवादों को संबंधित पक्षों के बीच ही सुलझाया जाना चाहिए, और इसमें किसी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए।