चीनी सैनिकों की तैनाती में वृद्धि सीमा पार चिंता का विषयः सेना प्रमुख

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] • 2 Years ago
मनोज मुकुंद नरवने
मनोज मुकुंद नरवने

 

लेह. यह उम्मीद व्यक्त करते हुए कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन के बीच लंबित मुद्दों को जल्द ही हल किया जाएगा, सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवने ने कहा कि चीनी सैनिकों द्वारा तैनाती में वृद्धि सीमा पार चिंता का विषय था. उन्होंने कहा कि भारत ने एलएसी के साथ अपने क्षेत्रों में सैनिकों और बुनियादी ढांचे के मामले में समान तैनाती की है और ऐसा कोई तरीका नहीं है, जिससे कोई भी फिर से आक्रामक तरीके से व्यवहार कर सके.

जनरल नरवने अपनी दो दिवसीय यात्रा के लिए लद्दाख में हैं. उन्होंने कहा, “पिछले छह महीनों से घर्षण बिंदुओं पर स्थिति सामान्य है. बातचीत चल रही है. हमने पिछले 12वें दौर की बातचीत की थी और 13वें दौर की वार्ता होने की भी उम्मीद है, शायद अक्टूबर के दूसरे सप्ताह तक. ”

उन्होंने कहा, “जब बातचीत शुरू हुई थी, तो लोगों को संदेह था कि क्या बातचीत से कुछ हल हो जाएगा, लेकिन मेरा दृढ़ मत है कि हम बातचीत से अपने मतभेदों को सुलझा सकते हैं और पिछले कुछ महीनों में ऐसा ही हुआ है.”

सेना प्रमुख ने कहा, “चीन ने पूर्वी लद्दाख और पूर्वी कमान तक काफी संख्या में (अपने बलों को) तैनात किया है. तैनाती में वृद्धि हुई है और यह हमारे लिए चिंता का विषय है. बुनियादी ढांचे और सैनिकों की तैनाती के मामले में हम बराबरी भी कर रहे हैं. हम किसी भी घटना से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.”